द लोकतंत्र/ दिल्ली : कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शुक्रवार को श्रीनगर पहुंचे, जहां उन्होंने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों से मुलाकात की। राहुल ने अस्पताल जाकर घायलों का हाल जाना और शोकाकुल परिवारों से मिलकर संवेदनाएं व्यक्त कीं। राहुल गांधी ने कहा, यह हमला सिर्फ निर्दोष नागरिकों पर नहीं, बल्कि भारत की आत्मा पर हुआ है। यह हमें बाँटने की कोशिश है, लेकिन देश एकजुट है और रहेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस संकट की घड़ी में कांग्रेस हर सकारात्मक कदम में सरकार के साथ खड़ी है।
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इस दौरान राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला से भी मुलाकात की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर की जनता की भावना का हवाला देते हुए कहा, कश्मीर के लोग खुद इस हमले से आहत हैं। इस भूमि की तहजीब हमेशा से मोहब्बत और भाईचारे की रही है। कांग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से साझा की गई तस्वीरों में राहुल गांधी घायलों से बातचीत करते और उनके परिजनों का हाथ थामकर ढांढस बंधाते नज़र आए। पोस्ट में लिखा गया – यह हमला मानवता पर है। हमें मोहब्बत और भाईचारे को मिटाने की कोशिशों के खिलाफ एकजुट रहना होगा।
राहुल ने यह भी जानकारी दी कि उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से फ़ोन पर बात कर इस मसले पर पूरी गंभीरता से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी दोहराया कि आतंकवाद के विरुद्ध देश को एक आवाज़ में बोलना होगा।
‘समाज को बांटने की साजिश नाकाम करनी होगी’
राहुल गांधी ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए कहा, यह केवल एक आतंकी हमला नहीं, बल्कि समाज को विभाजित करने की साजिश है। इसका मकसद भाई को भाई से लड़ाना है। इस समय सबसे जरूरी है कि देश के हर नागरिक को एकजुट रहना होगा ताकि आतंकवादियों की नापाक कोशिशें नाकाम हों।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह यहां हालात जानने और मदद करने आए हैं। राहुल गांधी ने कहा, मैं घायल लोगों में से एक से मिला और जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं और स्नेह हैं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि पूरा देश उनके साथ खड़ा है।