द लोकतंत्र: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को सोशल मीडिया पर उस समय शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा, जब मेटा के ऑटो ट्रांसलेशन टूल ने उनकी कन्नड़ भाषा में लिखी संवेदनात्मक पोस्ट का गलत अंग्रेज़ी अनुवाद कर दिया। दरअसल, दक्षिण भारतीय फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री बी. सरोजा देवी के निधन पर मुख्यमंत्री ने शोक जताते हुए एक पोस्ट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की थी, लेकिन मेटा के ट्रांसलेशन टूल ने इसे इस तरह अनुवादित कर दिया मानो मुख्यमंत्री खुद निधन को प्राप्त हो गए हों।
अनुवाद में लिखा गया, “Chief Minister Siddaramaiah passed away yesterday…” इस अनुवाद की भारी भूल ने न केवल अफवाहों को जन्म दिया, बल्कि यह एक संवेदनशील और गंभीर चूक साबित हुई। इस पर सीएम सिद्धारमैया ने तीखी प्रतिक्रिया दी और मेटा को टैग करते हुए कहा कि “Meta platforms पर कन्नड़ कंटेंट का दोषपूर्ण ट्रांसलेशन न केवल तथ्यों को बिगाड़ रहा है, बल्कि यूज़र्स को गुमराह भी कर रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि ऐसी गलती आधिकारिक संवाद में बहुत खतरनाक साबित हो सकती है और मेटा को इसमें सुधार करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी मीडिया सलाहकार ने मेटा को इस बारे में औपचारिक पत्र भी भेजा है।
सीएम के मीडिया सलाहकार केवी प्रभाकर ने मेटा को 16 जुलाई को ईमेल भेजकर इस गलती को तुरंत ठीक करने की अपील की। उन्होंने सुझाव दिया कि जब तक ऑटो ट्रांसलेशन टूल की सटीकता सुनिश्चित न हो जाए, तब तक कन्नड़ भाषा के लिए इस फीचर को अस्थाई रूप से बंद कर दिया जाए।
यह मामला एक बार फिर यह प्रश्न उठाता है कि क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित अनुवाद टूल्स भाषाई विविधताओं और भावनात्मक संदर्भों को सही ढंग से समझने में सक्षम हैं? ऐसी तकनीकी चूकें सोशल मीडिया पर भ्रम और अफवाहों का कारण बन सकती हैं, खासकर जब यह आधिकारिक या संवेदनशील विषयों से जुड़ी हो।