द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : विपक्षी गठबंधन INDIA को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि आम आदमी पार्टी (AAP) ने गठबंधन से आधिकारिक तौर पर अलग होने का ऐलान कर दिया है। राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने साफ कहा कि अब AAP INDIA ब्लॉक का हिस्सा नहीं है। उन्होंने बताया कि यह गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनावों तक सीमित था और चुनाव के बाद पार्टी ने सभी चुनाव अकेले ही लड़े। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पार्टी के फैसले पर मुहर लगाते हुए स्पष्ट कर दिया कि AAP अब विपक्षी गठबंधन से बाहर ही रहेगी।
हालांकि, AAP ने यह भी कहा है कि संसद में TMC और DMK जैसे दलों के साथ वो जरूरी मुद्दों पर सहयोग करती रहेगी। AAP ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए रॉबर्ट वाड्रा के बहाने तंज कसा कि, 10 साल से ‘जीजाजी’ चिल्ला रहे हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
अहम बैठक के पूर्व AAP ने अलग किए रास्ते
AAP की दूरी उस वक्त सामने आई है जब शनिवार, 19 जुलाई को INDIA गठबंधन की एक अहम ऑनलाइन बैठक होने जा रही है। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार देर रात X (पूर्व ट्विटर) पर इस बैठक की जानकारी साझा की। यह बैठक पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर होनी थी, लेकिन अब इसे डिजिटल माध्यम से आयोजित किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, प्रमुख नेताओं की अनुपलब्धता के कारण यह निर्णय लिया गया है।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) भी बना चुकी है दूरी
इसी बैठक से तृणमूल कांग्रेस (TMC) भी दूरी बना चुकी है। पार्टी ने 21 जुलाई को कोलकाता में होने वाली अपनी वार्षिक रैली की तैयारियों का हवाला दिया है। यह रैली उस घटना की याद में होती है, जब 1993 में वाम शासन के दौरान 13 TMC कार्यकर्ताओं की पुलिस फायरिंग में मौत हो गई थी।
हालांकि, TMC के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पार्टी के पीछे हटने की असली वजह बंगाल में कांग्रेस और वाम दलों के खिलाफ उसकी सीधी लड़ाई है। एक TMC सांसद ने कहा कि हम अपने कार्यकर्ताओं को भ्रमित नहीं करना चाहते, क्योंकि राज्य में अगले साल चुनाव हैं। ऐसे में कांग्रेस और लेफ्ट के साथ बार-बार मंच साझा करना सही रणनीति नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि TMC संसद में राष्ट्रीय मुद्दों पर सहयोग करती रहेगी, लेकिन राजनीतिक मंच साझा करने में अब एहतियात बरतेगी।INDIA गठबंधन की यह बैठक लंबे समय बाद हो रही है, ऐसे में AAP और TMC का इससे अलग होना गठबंधन की मजबूती पर सवाल खड़े कर रहा है।