द लोकतंत्र : 19 मई 2023 को आरबीआई ने 2,000 रुपये के नोटों को लीगल टेंडर बनाए रखते हुए सर्कूलेशन से वापस लेने का फरमान जारी किया था। अब इसपर एक नया अपडेट आया है। आरबीआई ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि 31 जुलाई 2023 तक 2000 रुपये के कुल 88 फीसदी नोट्स बैंकिंग सिस्टम वापस लौट चुके हैं।
2,000 रुपये के 42000 करोड़ रुपये के नोट केवल सर्कुलेशन में बचे
आरबीआई ने बताया, अब महज 42000 करोड़ रुपये के नोट केवल सर्कुलेशन में बचे हुए हैं। हालाँकि इन बचे हुए नोटों को 30 सितंबर 2023 तक जमा या एक्सचेंज कराया जा सकता है।
बता दें, 2,000 रुपये के बैंक को नवंबर 2016 में आरबीआई अधिनियम, 1934 की धारा 24 (1) के तहत जारी किए गए थे। नोटबंदी यानी नवम्बर 2016 में तत्कालिक 500 रुपये और 1,000 रुपये के बैंक नोटों के लीगल टेंडर खत्म करने के बाद इकोनॉमी में करेंसी क्राइसिस को ख़त्म करने के लिए 2000 रुपये के नोटों को चलन में लाया गया था।
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आरबीआई ने बताया कि 2,000 रुपये के नोट जो वापस आए हैं उसमें से 87 फीसदी नोट बैंक खातों में डिपॉजिट कर जमा किया गया है। जबकि 13 फीसदी 2000 रुपये के नोट दूसरे नोटों के साथ एक्सचेंज किया गया है।
रिजर्व बैंक ने 19 मई 2023 को अचानक से 2,000 रुपये के नोट को वापस लेने का फैसला किया था। उस दिन कहा गया था कि जिनके पास ऐसे नोट हैं, वे 30 सितंबर तक ये नोट अपने खातों में जमा करा लें या दूसरे मूल्य के नोट से बदल लें।