द लोकतंत्र: उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीनगर में स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के दिन एक मुस्लिम बुजुर्ग व्यक्ति के साथ मारपीट की घटना ने पूरे प्रदेश को हिला दिया है। तीन युवकों ने 62 वर्षीय बुजुर्ग रिजवान से जबरन ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्रीराम’ के नारे लगवाने की कोशिश की। जब उन्होंने विरोध किया तो आरोपियों ने उन्हें पीटा और उनकी दाढ़ी खींची। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
घटना कैसे हुई?
जानकारी के मुताबिक, रिजवान उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के छुटमलपुर गांव के रहने वाले हैं और रेलवे में ब्लगर गाड़ी चलाने का काम करते हैं। घटना तब हुई जब वे श्रीनगर के बद्रीनाथ धारा देवी मार्ग पर एक ढाबे पर चाय पीने रुके थे। इसी दौरान तीन युवकों ने उनसे जबरन नारे लगाने को कहा। पहले उन्होंने “भारत माता की जय” कहा, लेकिन “जय श्रीराम” बोलने से इंकार किया। इस पर आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इस घटना से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए। वीडियो सामने आने के बाद उत्तराखंड पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और तीनों आरोपियों की पहचान की। गिरफ्तार युवकों की पहचान मुकेश भट्ट (ऋषिकेश निवासी), मनीष (श्रीनगर निवासी) और नवीन भंडारी (उत्तरकाशी निवासी) के रूप में हुई।
पुलिस ने भेजा जेल
पुलिस ने आरोपियों पर कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया। उत्तराखंड पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि “देवभूमि में गुंडागर्दी की कोई जगह नहीं है। ऐसे लोगों की जगह सिर्फ जेल है।” साथ ही लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील भी की।
पीड़ित का बयान
इस घटना से आहत रिजवान घर लौटने के बाद मीडिया से बोले कि वे पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। उनके अनुसार आरोपियों पर गंभीर धाराएं लगाई जानी चाहिए थीं। उन्होंने आशंका जताई कि यदि वे दोबारा काम पर गए तो उनके साथ फिर से कुछ गलत हो सकता है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
सपा विधायक उमर अली खान ने रिजवान से मुलाकात की और कहा कि सरकार को पीड़ित को सुरक्षा और न्याय देना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की कि आरोपियों पर और सख्त कार्रवाई की जाए।
यह घटना एक बार फिर समाज में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की आवश्यकता पर सवाल खड़े करती है।