द लोकतंत्र : राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल रविंद्र प्रताप शाही ने आज जनपद देवरिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया से बातचीत की। जनपद मुख्यालय पर स्थित लोक निर्माण विभाग के डाक बंगले पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार दैवीय/प्राकृतिक आपदाओं से निपटने एवं राहत बचाव कार्यों को लेकर बेहद संवेदनशील है। आपदा के दौरान होने वाले नुकसान को कम करने के लिए प्रदेश सरकार जन जागरूकता पर काफी ध्यान दे रही है।
आपदा से बचाव के लिए अर्ली वार्निंग सिस्टम
लेफ्टिनेंट जनरल रविंद्र प्रताप शाही ने बताया कि आज तकनीक इतनी बेहतर हो चुकी है कि भारी बरसात अथवा आकाशीय बिजली गिरने जैसी आपदाओं का आकलन तीन से चार घंटे पहले लगाया जा सकता है। प्रदेश में इसके लिए अर्ली वार्निंग सिस्टम के माध्यम से प्रभावित होने वाले संभावित क्षेत्रों के नागरिकों को पूर्व सूचना दी जाती है। यदि समय से लोगों को जानकारी मिल जाएगी तो जन-धन की हानि नहीं होगी।
जनपद दौरे पर आए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जनरल शाही ने कहा कि सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन एवं बचाव हेतु व्यापक तौर पर जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसमें महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए महिला स्वयं सहायता समूहों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा, प्रदेश के जिन जिलों में सर्प दंश, बज़्रपात और नदियों-पोखरों में डूबने से जो घटनाएं हो रही है उससे कैसे बचाव करे इसके लिए भी आम जनता को जागरूक होने की जरूरत है।
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उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि बाढ़, भूकम्प, आकाशीय बिजली आदि आपदाओं के समय ‘क्या करें और क्या न करें’ के संबंध में जनजागरूकता को और बढ़ाया जाना चाहिए। इसके लिए स्कूलों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों एनसीसी, एनएसएस, स्काउट गाइड आदि स्वयंसेवकों द्वारा आम जनमानस को आपदा राहत कार्यों के बारे में जागरूककिए जाने हेतु कार्यक्रम चलाए जाएँ। आपदाओं से बचाव हेतु जागरूकता सबसे बड़ा हथियार है इसलिए साझा तौर पर इस दिशा में कार्य किया जाए।