द लोकतंत्र: तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेकर ऐसा विवादित बयान दे दिया है, जिससे राजनीतिक हलकों में तूफान मच गया है। बंगाल में अवैध घुसपैठ से जुड़ी कार्रवाई के मुद्दे पर बोलते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा कि अगर सीमा पर सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो पा रही है, तो “गृह मंत्री का सिर काटकर टेबल पर रख देना चाहिए।”
महुआ का बयान और विवाद
महुआ मोइत्रा ने अपने भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से अवैध घुसपैठ और जनसांख्यिकी में हो रहे बदलाव का जिक्र किया था। उस वक्त गृहमंत्री अमित शाह सामने बैठे ताली बजा रहे थे। महुआ ने सवाल उठाया कि जब केंद्र सरकार खुद घुसपैठ को स्वीकार कर रही है, तो उसकी जिम्मेदारी किसकी है?
महुआ ने आगे कहा, “अगर भारत की सीमाओं की रक्षा कोई नहीं कर रहा, रोजाना हजारों-लाखों की संख्या में घुसपैठिए देश में दाखिल हो रहे हैं और हमारी जमीनें हथिया रहे हैं, तो इसकी जिम्मेदारी गृह मंत्री पर है।”
बीएसएफ पर भी उठाए सवाल
महुआ ने अपने भाषण में सीमा सुरक्षा बल (BSF) को भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि बीएसएफ स्थानीय लोगों पर दबाव बनाती है लेकिन घुसपैठ रोकने में विफल है। महुआ का यह बयान उस समय आया है जब केंद्र सरकार ने अवैध प्रवासियों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन पुशबैक’ शुरू किया है।
बीजेपी का पलटवार
महुआ के इस बयान ने बीजेपी को आक्रामक कर दिया है। पार्टी नेताओं ने इसे “अत्यंत आपत्तिजनक और अस्वीकार्य” करार दिया। बीजेपी प्रवक्ताओं का कहना है कि यह केवल गृह मंत्री पर हमला नहीं है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान है।
असम से अमित शाह का जवाब
इस बीच गृहमंत्री अमित शाह असम के दौरे पर थे। गुवाहाटी में उन्होंने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ने “नकारात्मक राजनीति और घुसपैठियों को बचाने की यात्रा” शुरू कर दी है। शाह ने कहा कि राहुल गांधी में अगर जरा भी शर्म है तो उन्हें पीएम मोदी और देश से माफी मांगनी चाहिए।
बढ़ती सियासी गर्मी
महुआ मोइत्रा के बयान ने राजनीतिक माहौल को और भी गरमा दिया है। विपक्षी दलों के नेता इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बता रहे हैं, वहीं बीजेपी इस बयान को देश विरोधी और खतरनाक करार दे रही है। अब देखना होगा कि इस विवाद का अगला राजनीतिक असर क्या होगा।