द लोकतंत्र: विकी कौशल (Vicky Kaushal) आज बॉलीवुड के सबसे सफल अभिनेताओं में गिने जाते हैं। अपनी दमदार अदाकारी और अलग अंदाज से उन्होंने युवाओं से लेकर हर उम्र के दर्शकों का दिल जीता है। लेकिन यह मुकाम हासिल करना उनके लिए आसान नहीं रहा। दिलचस्प बात यह है कि आज जिन विकी को लोग 800 करोड़ी फिल्म के हीरो के तौर पर जानते हैं, उनकी पहली लीड फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हो गई थी।
पिता का नाम नहीं, अपनी मेहनत से बनाई पहचान
विकी कौशल, बॉलीवुड के नामचीन स्टंट डायरेक्टर शाम कौशल के बेटे हैं। बावजूद इसके, उन्होंने कभी पिता के नाम का सहारा नहीं लिया। शुरुआती दिनों में उन्होंने असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया और फिर छोटे-छोटे रोल निभाकर एक्टिंग की दुनिया में अपनी जगह बनाने की कोशिश की।
छोटे किरदारों से लेकर ‘मसान’ तक का सफर
विकी कौशल को शुरुआती दिनों में गैंग्स ऑफ वासेपुर, लव शव ते चिकन खुराना और बॉम्बे वेलवेट जैसी फिल्मों में छोटे किरदार निभाते हुए देखा गया। इसके बाद साल 2015 में फिल्म मसान (Masaan) से उन्होंने लीड एक्टर के रूप में डेब्यू किया। फिल्म में उनके साथ ऋचा चड्ढा, श्वेता त्रिपाठी, पंकज त्रिपाठी और संजय मिश्रा जैसे कलाकार भी नजर आए।
बॉक्स ऑफिस पर असफल रही पहली फिल्म
24 जुलाई 2015 को रिलीज हुई मसान का निर्देशन नीरज घेवान ने किया था। फिल्म का बजट करीब 7 करोड़ रुपये था। हालांकि, इसे भारत में महज 3.4 करोड़ रुपये की कमाई ही मिल पाई। यानी फिल्म अपना आधा बजट भी नहीं निकाल सकी और बॉक्स ऑफिस पर सुपरफ्लॉप साबित हुई। हालांकि, फिल्म में विकी कौशल के अभिनय की खूब तारीफ हुई और यहीं से उनके करियर की असली शुरुआत हुई।
आज बॉक्स ऑफिस के किंग हैं विकी
2015 से लेकर अब तक विकी कौशल ने एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं। राज़ी, उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक, सैम बहादुर और सरदार उधम जैसी फिल्मों ने उन्हें इंडस्ट्री में मजबूत पहचान दी। वहीं, 2025 में रिलीज हुई उनकी फिल्म छावा ने 800 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर बॉलीवुड में तहलका मचा दिया।
आज विकी कौशल उन सितारों में शामिल हैं, जिन्होंने असफलता को सफलता में बदलकर दिखाया और यह साबित किया कि असली पहचान मेहनत से ही बनती है।