द लोकतंत्र: आजकल स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है, लेकिन हाल ही में हुई रिसर्च में यह खुलासा हुआ है कि टॉयलेट में लंबे समय तक मोबाइल इस्तेमाल करना हमारी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, टॉयलेट सीट पर लंबे समय तक बैठना पेल्विक फ्लोर को सपोर्ट नहीं करता और रेक्टम की नसों पर दबाव डालता है, जिससे सूजन और हेमोरॉयड्स जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
बॉस्टन के बेथ इसराइल डीकॉनेस मेडिकल सेंटर की डॉक्टर त्रिशा पसरीचा ने बताया कि फोन इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर लोग इतना व्यस्त हो जाते हैं कि लंबे समय तक बैठते रहते हैं। इससे हेमोरॉयड्स और इंफ्लेमेशन का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि पुराने जमाने में लोग अखबार या मैगज़ीन पढ़ते हुए भी जल्दी उठ जाते थे, लेकिन अब मोबाइल के कारण लोग देर तक बैठते हैं।
मेडिकल रिसर्च में यह पाया गया कि 40 से 50 साल के लोग इस आदत से ज्यादा प्रभावित होते हैं। मेयो क्लिनिक के कोलोरेक्टल सर्जन डॉ. रॉबर्ट सीमा के अनुसार, मीडियम उम्र के लोगों में हाल के वर्षों में हेमोरॉयड्स के मामले तेजी से बढ़े हैं। एक्सपर्ट्स का सुझाव है कि टॉयलेट पर बैठने का समय 5 मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए। रिसर्च के मुताबिक, 37 प्रतिशत लोग फोन लेकर टॉयलेट जाते हैं और 5 मिनट से ज्यादा रुकते हैं, जबकि बिना फोन केवल 7 प्रतिशत लोग इतना समय बिताते हैं।
स्टडी में शामिल 125 लोगों में से 66 प्रतिशत ने स्वीकार किया कि वे टॉयलेट में मोबाइल इस्तेमाल करते हैं। जांच में यह भी पाया गया कि फोन ले जाने वालों में हेमोरॉयड्स का खतरा 46 प्रतिशत अधिक था। हेमोरॉयड्स गंभीर तो नहीं होते, लेकिन दर्द, खुजली और खून आने जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। अमेरिका में हर साल लगभग 40 लाख लोग इस समस्या के इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं।
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की डॉ. रीजवाना चौधरी ने चेतावनी दी है कि टॉयलेट में फोन सिर्फ हेमोरॉयड्स ही नहीं बल्कि हाइजीन के लिए भी खतरनाक है। फ्लश करते समय पेशाब और मल के छोटे कण हवा में फैल सकते हैं और फोन पर चिपक सकते हैं। यही कारण है कि यह आदत “बहुत गंदी और खतरनाक” मानी जाती है।
इसलिए एक्सपर्ट्स का सुझाव है कि टॉयलेट पर फोन इस्तेमाल करने से बचें और अगर आवश्यक हो तो समय 5 मिनट से ज्यादा न बढ़ाएं। इससे न केवल पेल्विक फ्लोर और हेमोरॉयड्स जैसी समस्याओं से बचाव होगा, बल्कि हाइजीन भी बनी रहेगी।