द लोकतंत्र/ उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर दौरे पर विपक्ष और अराजकतत्वों पर करारा प्रहार किया। बरेली में हाल ही में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने 24 घंटे में तीसरी बार दंगाइयों को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने साफ कहा कि जो लोग गजवा-ए-हिंद का सपना देख रहे हैं, वे यह समझ लें कि उन्हें नरक का टिकट मिलेगा। भारत महान आत्माओं की भूमि है और यहां उन्हीं के आदर्श चलेंगे जिन्होंने राष्ट्र के लिए बलिदान दिया है।
दंगाइयों को दी जहन्नुम का टिकट देने की चेतावनी
सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में अराजकता फैलाने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उत्तर प्रदेश में दंगा करने वालों को जहन्नुम का टिकट मिलेगा। बरेली की घटना से सबक लें, वरना वही हाल होगा। उन्होंने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ये दल अराजकतत्वों को संरक्षण दे रहे हैं, लेकिन यूपी सरकार ऐसे लोगों का विनाश करेगी।
योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी नेताओं पर भी हमला बोला और छांगुर की तुलना कालनेमि राक्षस से की। उन्होंने कहा कि विकास में बाधा डालने वाले राक्षसों का विनाश निश्चित है। यह चेतावनी देते हुए सीएम ने कहा कि जो लोग समाज में नफरत और अराजकता फैलाते हैं, उनका भी हश्र वैसा ही होगा जैसा छांगुर का हुआ।
गजवा-ए-हिंद का सपना देखने वालों पर वार
सीएम योगी ने कहा कि भारत में रहने के बावजूद गजवा-ए-हिंद का नारा लगाने वाले राष्ट्रविरोधी हैं। भारत की धरती पर ऐसी सोच को कभी जगह नहीं मिलेगी। यहां के लोग उन महापुरुषों के आदर्शों पर चलते हैं जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर किए। गजवा-ए-हिंद की कल्पना करना या उसके बारे में सपना देखना भी नरक का टिकट है। उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि जो लोग ऐसी गतिविधियों में लगे हैं, उन्हें देर-सवेर कानून और समाज दोनों सबक सिखाएंगे।
सीएम ने कुछ संगठनों पर आरोप लगाया कि वे छोटे-छोटे बच्चों को ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर पकड़ा कर समाज का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग अपनी जिंदगी बर्बाद कर चुके हैं, अब वे बच्चों का भविष्य भी बर्बाद करने पर तुले हैं। लेकिन सरकार इस तरह की हरकतें कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने दोहराया कि जो कोई भी कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा, उसे बिना देर किए नरक का टिकट दिया जाएगा।
आस्था चौराहे पर दिखाने की चीज नहीं
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आस्था का सम्मान करना चाहिए, उसे प्रदर्शन का साधन नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि आस्था कोई चौराहे पर दिखाने की चीज नहीं है। जो लोग इसका राजनीतिक इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें भी वही जवाब मिलेगा जैसा बरेली में दिया गया।
मंदिर दर्शन और गोसेवा
राजनीतिक बयानबाजी के बीच सीएम योगी ने धार्मिक आस्था भी प्रकट की। उन्होंने देवीपाटन मंदिर में मां पाटेश्वरी के दर्शन किए और पांव पखारे। आरती करने के बाद वे गोशाला पहुंचे और गायों को चना, गुड़ व रोटियां खिलाईं। मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं और बच्चों से मुलाकात कर उन्हें आशीर्वाद दिया। बच्चों को टॉफियां बांटीं और पढ़ाई में मन लगाने की प्रेरणा दी।
826 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण
मंदिर से निकलने के बाद सीएम धूधुलपुर पहुंचे, जहां उन्होंने सरकारी योजनाओं की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने 826 करोड़ रुपये की 124 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही बलरामपुर में राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज का उद्घाटन भी किया। मुख्यमंत्री ने 2047 तक विकसित भारत के विजन पर आम लोगों से सुझाव भी मांगे।