द लोकतंत्र : हरियाणा के पानीपत से बच्चों पर अत्याचार की एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए दो वीडियो ने अभिभावकों और आम लोगों को गुस्से से भर दिया है। वीडियो में मासूम बच्चों को बुरी तरह से पीटा जा रहा है। एक छात्र को तो होमवर्क न करने पर रस्सियों से बांधकर खिड़की से उल्टा लटका दिया गया।
यह मामला पानीपत के जटल रोड स्थित एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में दिखा कि एक महिला टीचर ने स्कूल के ड्राइवर को बुलाकर बच्चे को अमानवीय सजा दिलवाई। ड्राइवर ने छात्र को कमरे में ले जाकर रस्सियों से बांधा और खिड़की से उल्टा लटका दिया। इतना ही नहीं, उसने बच्चे को थप्पड़ भी मारे और वीडियो कॉल कर अपने परिचितों को यह दृश्य भी दिखाया। बाद में यह वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया गया।
पीड़ित परिवार का आरोप
पीड़ित छात्र की मां ने बताया कि उनका बेटा दूसरी कक्षा में पढ़ता है। बच्चे से बस इतना कसूर हुआ कि उसने होमवर्क पूरा नहीं किया था। मां ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन ने पहले मामले को दबाने की कोशिश की। बाद में प्रिंसिपल ने माना कि उन्होंने ही ड्राइवर से बच्चे को “सजा देने” को कहा था। पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपी ड्राइवर अजय ने उन्हें धमकाने की भी कोशिश की।
टीचर की मारपीट का दूसरा वीडियो
दूसरे वीडियो में स्कूल की एक और महिला शिक्षिका बच्चों को बेरहमी से थप्पड़ मारती हुई नजर आईं। वह छोटे छात्रों को सबके सामने सजा देती दिखाई दीं। यह दृश्य शिक्षा मंत्रालय के दिशानिर्देशों के खिलाफ है और बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
प्रिंसिपल की सफाई
स्कूल की प्रिंसिपल ने सफाई देते हुए कहा कि बच्चों ने अनुशासनहीनता की थी और उन्हें “ठीक रास्ते पर लाने” के लिए यह कदम उठाया गया। हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि बच्चों को इस तरह सार्वजनिक रूप से मारना पूरी तरह गलत है और बाल सुरक्षा कानूनों का उल्लंघन है।
पुलिस की कार्रवाई
पीड़ित परिवार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी महिला टीचर और ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई जारी है।
यह घटना सवाल खड़ा करती है कि जब स्कूल, जिन्हें बच्चों के भविष्य की नींव कहा जाता है, वहीं बच्चों के साथ ऐसी बर्बरता करेंगे तो समाज पर इसका क्या असर पड़ेगा?