Advertisement Carousel
National

Gold Price 2050: अगर आज 1 लाख का सोना खरीदें, तो 2050 तक कितने का होगा? जानिए पूरी गणना

the loktantra

द लोकतंत्र : भारत में सोने की कीमतें लगातार ऊंचाई छू रही हैं। हर रोज़ नए रिकॉर्ड बन रहे हैं और निवेशक यह सोचने पर मजबूर हैं कि अगर आज 1 लाख रुपये का सोना खरीदा जाए, तो 2050 तक उसकी कीमत कितनी हो सकती है? आइए पिछले 25 सालों के ट्रेंड और संभावनाओं के आधार पर इस सवाल का जवाब समझते हैं।

आज का सोने का भाव

वर्तमान में भारत में 24 कैरेट सोने की औसत कीमत करीब ₹1,23,100 प्रति 10 ग्राम के आसपास है। शहरों के हिसाब से मामूली फर्क जरूर है, लेकिन फिलहाल यही मार्केट का औसत रेट माना जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में गोल्ड के रेट्स में तेज उछाल देखने को मिला है।

क्यों बढ़ रही है सोने की कीमत

सोने की बढ़ती कीमतों के कई कारण हैं
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: अमेरिका और यूरोप में महंगाई और मंदी के डर से निवेशक सोने में पैसा लगा रहे हैं।
डॉलर बनाम रुपया: जब डॉलर मजबूत होता है और रुपया कमजोर पड़ता है, तो भारत में सोना महंगा हो जाता है क्योंकि यह आयात किया जाता है।
त्योहारों और शादियों का सीजन: इस समय सोने की मांग तेजी से बढ़ती है।
केंद्रीय बैंकों की खरीदारी: कई देश अपने विदेशी मुद्रा भंडार को संतुलित रखने के लिए सोना खरीद रहे हैं, जिससे ग्लोबल प्राइस बढ़ रही है।

2050 तक कितना होगा सोने का मूल्य?

अगर हम इतिहास पर नजर डालें, तो साल 2000 में 10 ग्राम सोना ₹4,400 के आसपास था। 2025 तक यह ₹1,23,100 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया यानी करीब 25 गुना वृद्धि।

अब अगर आने वाले 25 सालों तक सोना औसतन 10% सालाना दर से बढ़ता रहा, तो आज का ₹1,00,000 का सोना 2050 में करीब ₹11-12 लाख तक हो सकता है।

अगर वृद्धि दर 8% रही तो यह मूल्य ₹7 लाख के आसपास होगा।

और अगर वृद्धि दर 12% रही तो यह ₹15 लाख से भी ज्यादा पहुंच सकता है।

सोने में निवेश क्यों फायदेमंद?

सोना हमेशा से एक सुरक्षित निवेश माना जाता है। जब शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव होता है या आर्थिक संकट आते हैं, तो सोना एक स्थिर वैल्यू प्रदान करता है। यही कारण है कि हर निवेश पोर्टफोलियो में सोने की भूमिका अहम होती है।

भले ही कोई यह तय नहीं कर सकता कि 2050 में सोने की सटीक कीमत क्या होगी, लेकिन इतिहास और बाजार के ट्रेंड यह संकेत देते हैं कि सोना लंबी अवधि में स्थिर और लाभदायक निवेश साबित हो सकता है।

Team The Loktantra

Team The Loktantra

About Author

लोकतंत्र की मूल भावना के अनुरूप यह ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां स्वतंत्र विचारों की प्रधानता होगी। द लोकतंत्र के लिए 'पत्रकारिता' शब्द का मतलब बिलकुल अलग है। हम इसे 'प्रोफेशन' के तौर पर नहीं देखते बल्कि हमारे लिए यह समाज के प्रति जिम्मेदारी और जवाबदेही से पूर्ण एक 'आंदोलन' है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may also like

Sanjay Singh AAP
National

राज्यसभा सांसद संजय सिंह क्यों हुए निलंबित, क्या है निलंबन के नियम

द लोकतंत्र : आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को सोमवार को उच्च सदन (राज्यसभा) में हंगामा और
HSBC
National

HSBC की रिपोर्ट में महंगाई का संकेत, 5 फीसदी महंगाई दर रहने का अनुमान

द लोकतंत्र : HSBC की रिपोर्ट में महंगाई के संकेत मिले हैं। एचएसबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि गेहूं