द लोकतंत्र/ पटना : बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। इसी कड़ी में शनिवार को राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पटना स्थित कौटिक्या नगर में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से मिलने पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट तक बंद कमरे में बातचीत हुई, जिसे राजनीतिक गलियारों में एक महत्वपूर्ण संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई बात
सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात में आगामी विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार चयन, सीटों के समीकरण और जातीय संतुलन को लेकर चर्चा हुई। जगदानंद सिंह को पार्टी में संगठनात्मक अनुभव और लालू प्रसाद यादव का भरोसेमंद सहयोगी माना जाता है। इस वजह से टिकट वितरण और रणनीति के मामलों में उनकी राय को नजरअंदाज करना राजद नेतृत्व के लिए आसान नहीं माना जा रहा। मुलाकात के बाद जब तेजस्वी यादव मीडिया के सामने आए, तो उन्होंने सवालों का जवाब देने से परहेज किया।
राजनीति विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुलाकात पार्टी में आंतरिक मतभेदों को कम करने और वरिष्ठ नेताओं के साथ तालमेल बनाने की कोशिश के रूप में देखी जा रही है। हाल के महीनों में राजद में कुछ नाराजगी की खबरें सामने आई थीं, जिसे देखते हुए यह कदम रणनीतिक माना जा रहा है।
टिकट बंटवारे और चुनावी रणनीति पर मंथन
इस समय राजद में टिकट बंटवारे और चुनावी रणनीति पर मंथन का दौर चल रहा है। तेजस्वी यादव लगातार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर रणनीतिक तालमेल साध रहे हैं। जगदानंद सिंह से हुई यह मुलाकात इसी प्रयास की महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव में 243 सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा। पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को प्रस्तावित है। इसके बाद 14 नवंबर को मतगणना की जाएगी। राजद के लिए सीट बंटवारे और उम्मीदवार चयन का यह दौर पार्टी की चुनावी सफलता में निर्णायक भूमिका निभा सकता है।