द लोकतंत्र : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग हेल्दी खाना और एक्सरसाइज पर तो ध्यान देने लगे हैं, लेकिन अच्छी नींद (Sleep Quality) को अब भी नज़रअंदाज़ करते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, हर व्यक्ति को रोज़ाना कम से कम 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए। लेकिन क्या आपने कभी महसूस किया है कि आप 8 घंटे की नींद लेने के बावजूद सुबह उठते ही थके हुए महसूस करते हैं? इसका मतलब यह है कि आपकी नींद की क्वालिटी (Quality of Sleep) खराब है।
यह सिर्फ नींद की अवधि का नहीं, बल्कि नींद की गहराई और स्थिरता का सवाल है। आइए जानते हैं कि आखिर कौन-सी वजहें हैं जिनके कारण पूरी नींद लेने के बावजूद भी शरीर और दिमाग थका-थका महसूस करता है।
हार्मोन का असंतुलन
हमारे शरीर में कई हार्मोन नींद, मूड और एनर्जी को नियंत्रित करते हैं। जब स्ट्रेस हार्मोन ‘कोर्टिसोल’ का स्तर बिगड़ जाता है तो शरीर को असली आराम नहीं मिल पाता। इससे भले ही आप 8 घंटे सो लें, लेकिन थकान बनी रहती है।
इलेक्ट्रोलाइट की कमी
मैग्नीशियम, पोटैशियम और सोडियम जैसे मिनरल्स नींद को गहरी बनाने में मदद करते हैं। इनकी कमी से नींद बार-बार टूटती है या व्यक्ति गहरी नींद में नहीं जा पाता, जिससे सुबह उठने पर भारीपन महसूस होता है।
ब्लू लाइट एक्सपोजर
रात को सोने से पहले मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल नींद को प्रभावित करता है। इनकी स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट (Blue Light Exposure) मेलाटोनिन हार्मोन को कम कर देती है, जो नींद लाने में मदद करता है। इससे नींद की गहराई घट जाती है।
अस्थिर स्लीप शेड्यूल
हर दिन अलग-अलग समय पर सोने और उठने से शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक डिस्टर्ब हो जाती है। इस वजह से शरीर को पर्याप्त नींद मिलने के बावजूद थकावट महसूस होती है।
देर रात भारी खाना या कैफीन
सोने से पहले चाय, कॉफी या भारी भोजन करने से पाचन प्रक्रिया सक्रिय हो जाती है, जिससे नींद पूरी तरह नहीं आती। इसलिए रात को हल्का खाना खाने और कैफीन से बचने की सलाह दी जाती है।
नींद से जुड़ी बीमारियां
अगर किसी को बार-बार नींद टूटने, खर्राटे आने या सांस रुकने जैसी समस्याएं हैं, तो यह स्लीप एपनिया (Sleep Apnea) जैसी स्थिति हो सकती है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
नींद की क्वालिटी सुधारने के आसान उपाय
रोज एक ही समय पर सोने और जागने की आदत डालें।
सोने से 1 घंटा पहले स्क्रीन टाइम से बचें।
कैफीन और भारी भोजन से दूरी बनाएं।
मेडिटेशन या हल्की स्ट्रेचिंग करें।
अगर थकान बनी रहती है तो विटामिन और मिनरल की जांच कराएं।
अच्छी नींद सिर्फ शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। अगर आप दिनभर एनर्जेटिक और पॉजिटिव रहना चाहते हैं, तो अपनी नींद की क्वालिटी पर आज से ही ध्यान दें।