द लोकतंत्र : केंद्र सरकार ने गुरुवार (1 फरवरी) को जारी किये अंतरिम बजट में रक्षा क्षेत्र के बजट में इजाफा किया है। सरकार ने अंतरिम बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए 6.21 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए। पिछली बार यह बजट 5.94 लाख करोड़ रुपये था और इस बार का रक्षा बजट वित्त वर्ष 2023-24 से 3.4% प्रतिशत ज्यादा है। इसके आलावा सरकार ने सैन्य क्षेत्र में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की।
Interim budget 2024 में बड़े पैमाने पर नए हथियार, विमान, युद्धपोत और अन्य सैन्य साजोसामान खरीदना शामिल
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के संसद में पेश अंतरिम बजट में, पूंजीगत व्यय के लिए सेना को कुल 1.72 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए, जिसमें बड़े पैमाने पर नए हथियार, विमान, युद्धपोत और अन्य सैन्य साजोसामान खरीदना शामिल है। पिछले साल यानी 2023-24 में पूंजी परिव्यय के लिए बजटीय आवंटन 1.62 लाख करोड़ रुपये था।
अंतरिम बजट पेश करते वक़्त वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि डिफेंस सेक्टर के लिए डीप-टेक टेक्नोलॉजी को मजबूत किया जाएगा। इसका मकसद हथियारों के लिए देश को आत्मनिर्भर बनाना है। डीप टेक स्टार्ट अप के जरिए मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स , क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में रिसर्च की जाएगी फिर इसका इस्तेमाल डिफेंस में किया जाएगा।
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, रक्षा प्रयोजनों के लिए गहन प्रौद्योगिकियों को मजबूत बनाने और आत्मनिर्भरता में तेजी लाने के लिए नयी योजना शुरू की जाएगी। बजट दस्तावेज के अनुसार, कुल राजस्व व्यय 4,39,300 करोड़ रुपये आंका गया है जिनमें रक्षा पेंशन के लिए 1,41,205 करोड़ रुपये, रक्षा सेवाओं के लिए 2,82,772 करोड़ रुपये और रक्षा मंत्रालय (नागरिक) के लिए 15,322 करोड़ रुपये शामिल हैं।