द लोकतंत्र : बरेली में ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) मामले में आज मौलाना तौकीर रज़ा ने जेल भरो आंदोलन का ऐलान किया है। आईएमसी (इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल प्रमुख) मौलाना तौकीर रजा ने शुक्रवार को इस्लामिया इंटर कॉलेज के मैदान में पहुंचकर गिरफ्तारी देने का एलान किया है। हालाँकि, बरेली में आईएमसी के प्रस्तावित प्रदर्शन को रोकने के लिए और सामाजिक सौहार्द बनाये रखने के लिए पुलिस के भारी इंतज़ाम किए गए हैं।
Gyanvapi Mosque को लेकर इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल का जेल भरो आंदोलन
दरअसल, जेल भरो आंदोलन को लेकर इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) की ओर से जगह जगह पर्चे बांटे गए है। पर्चे के जरिए मुसलमानो से अपील की गई है कि अब वक्त आ गया है की हमे ज्ञानवापी समेत अपनी मस्जिदों, मदरसों, मजारों और मुसलमानों को लिंचिंग से बचाना है। साथ ही, इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रज़ा ने दो दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि हिंदुस्तान में मुसलमान बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।
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उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मुस्लिम समुदाय को सुप्रीम कोर्ट, मोदी सरकार, एएसआई समेत किसी भी सरकारी तंत्र पर भरोसा नहीं है। उनका कहना है बाबरी केपी तो हमसे छीन लिया गया और तब मुसलमानों ने देश की सुख शांति के लिए कोई रिएक्शन नहीं किया वहीं अब जब ज्ञानवापी और ईदगाह समेत 3 हजार मस्जिदों की लिस्ट मोदी सरकार ने बना रखी है जो हमसे छीन ली जायेगी। लेकिन अब मुसलमान ऐसा नहीं होने देगा। ज्ञानवापी को किसी भी कीमत पर नहीं लेने देंगे। यही वजह है की अब हमे आजाद रहने की कोई जरूरत नहीं है बल्कि हम अब सामूहिक गिरफ्तारी देंगे और देश भर में जेल भरो आंदोलन चलेगा। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस बीच कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो उसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।
प्रशासन ने दिया रेड नोटिस
इस मामले में पुलिस-प्रशासन ने बुधवार को मौलाना तौकीर रजा समेत 30 लोगों को रेड नोटिस जारी कर कार्रवाई की चेतावनी दी थी। पुलिस अब इसी को कार्रवाई का आधार मान रही है। अधिकारियों के मुताबिक शुक्रवार को माहौल बिगड़ा तो इन्हीं लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर सख़्त कार्रवाई की जाएगी।