द लोकतंत्र : यह ख़बर अब पक्की हो गई है कि सोनिया गांधी राज्यसभा जा रही हैं। कल वह राजस्थान या फिर हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा के लिये नामांकन कर सकती हैं। ऐसे में रायबरेली सीट से उनकी दावेदारी ख़त्म समझिए। अमेठी और रायबरेली यह दो सीटें गांधी परिवार की परंपरागत सीटों में गिना जाता रहा है। लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को अमेठी में स्मृति ईरानी के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी और अमेठी पर भाजपा का कब्जा हो गया है। अमेठी हारने के बाद से फिर से राहुल गांधी वहाँ का रुख़ करेंगे यह संभव नहीं दिख रहा और न इसको लेकर कोई तैयारी ही हो रही है। वहीं, रायबरेली सीट भी कांग्रेस छोड़ रही है या गांधी परिवार (राहुल या प्रियंका) में से कोई लड़ेगा?
सोनिया गांधी के बाद प्रियंका या राहुल कौन लड़ेगा रायबरेली से?
रायबरेली और अमेठी को लेकर कांग्रेस आगे क्या रणनीति बनाएगी यह अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। क्या राहुल गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे या प्रियंका गांधी वहाँ से उम्मीदवार होंगी? या फिर प्रियंका गांधी अमेठी सीट पर दावेदारी कर अपने खोये हुए गौरव को हासिल करने के लिए स्मृति ईरानी से दो दो हाथ करें? हालाँकि, इसके साथ एक तीसरी परिस्थिति भी है। यह भी हो सकता है कि रायबरेली से माँ की जगह प्रियंका गांधी चुनाव लड़ें और अमेठी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस अपनी दावेदारी ख़त्म कर ले और स्मृति ईरानी के ख़िलाफ़ गांधी परिवार का सदस्य न होकर कोई और लड़े या सीट गठबंधन को दे दी जाये।
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1999 लोकसभा चुनाव के बाद 2004, 2006 (उपचुनाव), 2009, 2014 और 2019 में रायबरेली सीट से जीतकर सोनिया गांधी अभी तक अपराजेय हैं ऐसे में कांग्रेस रायबरेली सीट को लेकर कोई अलग प्रयोग नहीं करेगी। गांधी परिवार से क़रीब से जुड़े लोगों का दावा है कि इस सीट पर परिवार का ही कोई सदस्य लड़ेगा। वहीं भारतीय जनता पार्टी भी रायबरेली सीट को लेकर विशेष प्रयास करते हुए नज़र आ रही है। भाजपा इसबार रायबरेली में भी कमल खिलाने की तैयारी की है।
14 फरवरी को न्याय यात्रा यूपी आएगी
राहुल गांधी की न्याय यात्रा एक दिन बाद यानी कल 14 फरवरी को यूपी में प्रवेश करेगी। इंडी अलायंस द्वारा यूपी में सीट शेयरिंग का फार्मूला तय करने के लिए राहुल गांधी ख़ुद पहल करते दिखाई दे रहे हैं। हालाँकि समाजवादी पार्टी की तरफ से पहले ही कांग्रेस को 11 सीटों का प्रस्ताव दिया गया है। लेकिन कांग्रेस सूबे में 15 से 19 सीटों पर लड़ने के मूड में है। सीट शेयरिंग फार्मूला तय होने के बाद ही प्रत्याशियों की घोषणा की जायेगी। अमेठी और रायबरेली के अतिरिक्त कांग्रेस सभी मंडल में एक या दो सीटों पर लड़ना चाहती है।