द लोकतंत्र : जैसे ही सर्दियों के मौसम (Winter Season) की शुरुआत होती है, हमारा खानपान और जीवनशैली (Lifestyle) बदल जाती है। इस मौसम में बाज़ार हरी-भरी पत्तेदार सब्जियों से भर जाते हैं, जो न केवल स्वादिष्ट होती हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी होती हैं। पालक, मेथी और सरसों के साथ ही बथुआ (Bathua) एक ऐसी ही जड़ वाली हरी सब्जी है, जिसे अक्सर कम महत्व दिया जाता है, जबकि यह पोषक तत्वों का एक बेहतरीन खजाना है।
आज, हम विशेषज्ञों (Experts) की राय के आधार पर जानेंगे कि सर्दियों की डाइट (Winter Diet) में रोजाना बथुआ शामिल करने से शरीर को क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।
पोषक तत्वों से भरपूर एक Winter Superfood
बथुआ को न्यूट्रिशन (Nutrition) का पावरहाउस माना जाता है। इसमें विटामिन ए, सी और के प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त, बथुआ आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर का भी बेहतरीन स्त्रोत है। ये सभी तत्व मिलकर शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं:
- पाचन और Immunity: बथुआ को नियमित रूप से डाइट में शामिल करने से पाचन तंत्र (Digestive System) दुरुस्त होता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को बढ़ाने में मदद मिलती है।
- शरीर को गर्माहट: बथुए की तासीर गर्म होती है, जिसकी वजह से यह सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म रखने में सहायक होता है।
- बीटा-केरोटिन का भंडार: सीनियर डायटिशियन सुरभि पारेख बताती हैं कि बथुआ में बीटा-केरोटिन की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो त्वचा (Skin) और आँखों (Eyes) के स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।
विशेषज्ञ की राय: कॉन्स्टिपेशन और डायबिटीज में लाभ
सीनियर डायटिशियन के अनुसार, बथुआ सर्दियों में खाने के लिए एक उत्कृष्ट जड़ वाली सब्जी है। इसे डेली रूटीन में शामिल करने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं:
- कब्ज से राहत: बथुआ में फाइबर (Fiber) की अच्छी मात्रा होती है, जो सर्दियों में होने वाली कब्ज (Constipation) की समस्या से राहत दिलाने में मदद करता है।
- मधुमेह रोगियों के लिए: फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण यह डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों के लिए भी काफी अच्छा होता है, क्योंकि यह रक्त शर्करा (Blood Sugar) के स्तर को नियंत्रित करने में सहायता करता है।
- मात्रा: विशेषज्ञ प्रतिदिन कम से कम एक बंडल बथुए का सेवन करने की सलाह देती हैं।
सावधानी जरूरी: किन लोगों को करना चाहिए परहेज?
हालांकि बथुआ अत्यंत लाभकारी है, लेकिन कुछ चिकित्सीय स्थितियों (Medical Conditions) में इसका सेवन सावधानी से या सीमित मात्रा में करना चाहिए:
- किडनी और पोटैशियम: सुरभि पारेख के मुताबिक, जिन लोगों को किडनी की समस्या है या जिनका पोटैशियम (Potassium) काफी हाई रहता है, उन्हें बथुए का सेवन नहीं करना चाहिए।
- उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure): बथुए में सोडियम (Sodium) की मात्रा भी काफी ज्यादा होती है, ऐसे में यह रक्तचाप (BP) को और बढ़ा सकता है। हाई ब्लड प्रेशर वाले लोग इसे पानी में उबालकर फिर ही खाएं।
- हृदय रोग: जिन लोगों को हार्ट डिजीज (Heart Disease) है या वे खून पतला करने वाली कोई दवा ले रहे हैं, उन्हें डॉक्टर से परामर्श लेकर ही इसका सेवन करना चाहिए।
सर्दियों के मौसम में बथुआ सिर्फ एक सब्जी नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक औषधि है जो शरीर को मौसम के बदलाव से लड़ने की शक्ति देती है। इसे अपनी डाइट में शामिल करके आप पाचन से लेकर रोग प्रतिरोधक क्षमता तक कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं, बशर्ते आप आवश्यक सावधानियों का पालन करें।

