द लोकतंत्र : अमेरिकी परिवहन सचिव सीन डफी ने हवाई यात्रा के दौरान यात्रियों के व्यवहार में आई गिरावट पर चिंता व्यक्त करते हुए एक असाधारण अपील की है। सोमवार को न्यू जर्सी के नेटवर्क एयरपोर्ट पर बोलते हुए, उन्होंने यात्रियों को फॉर्मल कपड़े पहनने की सलाह दी, जिससे उनके व्यवहार में भी सकारात्मक बदलाव आ सके। डफी का मानना है कि सम्मान के साथ कपड़े पहनना ही बेहतर शिष्टाचार को बढ़ावा दे सकता है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “आइए कोशिश करें कि एयरपोर्ट आते समय चप्पल और पजामा न पहनें।”
व्यवहार में गिरावट का डेटा
सीन डफी की यह अपील हवाई यात्रा के दौरान बढ़ती अनुशासनहीनता और अव्यवस्थित व्यवहार के आंकड़ों पर आधारित है।
- FAA के आंकड़े: फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) के डेटा के अनुसार, वर्ष 2019 से फ्लाइट में गड़बड़ी और हिंसा से जुड़ी घटनाओं में 400 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह आंकड़ा स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि सार्वजनिक शिष्टाचार (Public Civility) में गहरा संकट आया है।
- डफी का अवलोकन: डफी ने पहले भी इंटरव्यू में दावा किया था कि लोग हवाई यात्रा करते समय ऐसे कपड़े पहनते हैं जैसे वे सोने जा रहे हों। उनका तर्क है कि कपड़ों का चयन व्यक्ति के व्यवहार को प्रभावित करता है। सभ्य कपड़े पहनने से व्यक्ति को स्वयं में बेहतर व्यवहार करने की हिम्मत मिलती है।
‘सिविलिटी कैंपेन’ की शुरुआत
इस गिरावट को रोकने और हवाई यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए, अमेरिका में एक व्यापक अभियान शुरू किया गया है।
- अभियान का नाम: इस प्रयास के तहत, ‘द गोल्डन एज ऑफ ट्रैवल स्टार्ट्स विद यू’ नाम का एक सिविलिटी कैंपेन 19 नवंबर को शुरू किया गया है।
- उद्देश्य: इस कैंपेन का मुख्य मकसद यात्रियों से यात्रा के दौरान ठीक से कपड़े पहनने और विनम्रता से पेश आने के लिए जागरूक करना है।
- सहयात्रियों के प्रति जिम्मेदारी: डफी ने केवल ड्रेस कोड पर ही ज़ोर नहीं दिया, बल्कि उन्होंने यात्रियों से आम शिष्टाचार दिखाने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि यात्रियों को उन सहयात्रियों की मदद करनी चाहिए जिन्हें ओवरहेड बिन में सामान रखने में मुश्किल हो रही है।
ड्रेस कोड और सभ्यता का संबंध
परिवहन सचिव का यह दृष्टिकोण एक मनोवैज्ञानिक अवधारणा पर आधारित है कि ड्रेस कोड और व्यवहार के बीच एक सीधा संबंध होता है। एक औपचारिक या सम्मानजनक परिधान व्यक्ति को अधिक ज़िम्मेदार और नियंत्रित महसूस कराता है।
यह कैंपेन यह सवाल खड़ा करता है कि क्या आरामदायक कपड़ों की बढ़ती प्रवृत्ति ने सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के व्यवहार के मानकों को भी कम कर दिया है। यह देखना बाकी है कि यह अपील और अभियान अमेरिकन यात्रियों के एयरपोर्ट लुक और उनके फ्लाइट व्यवहार में कितना सकारात्मक परिवर्तन ला पाती है।

