द लोकतंत्र : भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में मंगलवार, 25 नवंबर, सबसे निराशाजनक दिनों में से एक के रूप में दर्ज हो गया। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन साउथ अफ्रीका ने गुवाहाटी में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया को सिर्फ 140 रन पर समेटते हुए 408 रन के रिकॉर्ड अंतर से जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही साउथ अफ्रीका ने 2 मैच की टेस्ट सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप कर लिया। यह पिछले 25 सालों से भारत में टेस्ट सीरीज जीतने का इंतजार कर रही साउथ अफ्रीका के लिए एक ऐतिहासिक सफलता है।
टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी हार
यह पराजय केवल एक मैच की हार नहीं है, बल्कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट के रिकॉर्ड में दर्ज सबसे बड़ी हार है।
- रिकॉर्ड अंतर: 549 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया 408 रन के बड़े अंतर से हारी है, जो रन के लिहाज से भारत की टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी हार है।
- घर में प्रदर्शन: इससे भी अधिक चिंताजनक यह है कि 2024 से पहले टीम इंडिया को घरेलू मैदान पर कभी भी क्लीन स्वीप का सामना नहीं करना पड़ा था, लेकिन पिछले एक साल में यह दूसरी बार हुआ है। पिछले साल न्यूजीलैंड ने भारत को 3-0 से हराया था।
चौथे दिन की निराशाजनक शुरुआत
टीम इंडिया को चौथे दिन जीत के लिए 522 रन और चाहिए थे, जबकि उसके पास 8 विकेट शेष थे। यहाँ से लक्ष्य हासिल करने की संभावनाएं नगण्य थीं। जरूरत सिर्फ पूरे दिन बल्लेबाजी करते हुए मैच को ड्रॉ करवाकर क्लीन स्वीप की शर्मिंदगी से बचने की थी।
- साइमन हार्मर का कहर: साउथ अफ्रीका के ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर, जो पहले टेस्ट से ही टीम इंडिया के लिए आफत साबित हो रहे थे, ने दिन के पहले सेशन में ही कुलदीप यादव, ध्रुव जुरेल और कप्तान ऋषभ पंत को पवेलियन लौटा दिया। पंत का विकेट भारत के लिए सबसे बड़ा झटका साबित हुआ।
- बल्लेबाजों का आत्मसमर्पण: साई सुदर्शन ने एक छोर पर टिककर कुछ ओवर ज़रूर निकाले और उन्हें रवींद्र जडेजा का भी साथ मिला, लेकिन दूसरे सेशन की शुरुआत में ही सुदर्शन की पारी का अंत हो गया।
कोच गौतम गंभीर पर गंभीर सवाल
वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा से मैनचेस्टर टेस्ट वाला कमाल दोहराने की उम्मीद थी, लेकिन वे भी विफल रहे। हार्मर ने सुंदर को आउट कर अपने 5 विकेट पूरे किए, जबकि नीतीश कुमार रेड्डी ने भी निराश किया और हार्मर का छठा शिकार बने। अंत में, केशव महाराज ने जडेजा और मोहम्मद सिराज को आउट कर टीम इंडिया की पारी समाप्त की।
- घरेलू प्रदर्शन में गिरावट: कोच गौतम गंभीर के आने के बाद से, भारत ने घर में खेले गए 9 टेस्ट मैचों में से 5 में हार का सामना किया है, जबकि सिर्फ 4 मैच ही जीते हैं। घरेलू मैदान पर लगातार दूसरी क्लीन स्वीप ने टीम की रणनीति, खिलाड़ियों के चयन और कोचिंग स्टाफ की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। भारतीय क्रिकेट बोर्ड को अब तत्काल प्रभाव से इन कारणों का गहन विश्लेषण करना होगा।

