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ज्योतिषीय गोचर: वक्री ग्रहों की धीमी चाल के बीच भावनात्मक स्पष्टता और रिश्तों में गहराई का योग, पुरानी समस्याओं के समाधान का अवसर

The loktnatra

द लोकतंत्र : वर्तमान ज्योतिषीय गोचर एक विलक्षण समय का संकेत दे रहा है, जो तीव्र कार्रवाई के बजाय गहन विचार और आत्मनिरीक्षण पर ज़ोर देता है। कुंभ राशि में चंद्रदेव की उपस्थिति हमारी सोच को हल्का, स्पष्ट और समझदार बना रही है, जिससे सामूहिक गतिविधियों और भविष्योन्मुखी विचारों में रुचि बढ़ रही है। वहीं, वृश्चिक की ऊर्जा व्यक्तियों को लोगों की नीयत, इरादों और छुपी हुई बातों को बेहतर समझने में मदद करती है। कई ग्रहों के वक्री (Retrograde) होने के कारण, यह दिन थोड़ा धीमा है, लेकिन समझदारी से भरपूर—पुरानी बातों पर सोचने, दिल से बात करने और छोटे-छोटे कदमों को मजबूत करने के लिए एकदम सही अवसर है।

रिश्तों और संवाद में वक्री ग्रहों की भूमिका

वक्री ग्रह अक्सर अतीत से जुड़ी बातें या अधूरे काम को वर्तमान में वापस लाते हैं, जिससे शांत और सधे हुए संवाद की आवश्यकता बढ़ जाती है।

  • मेष और सिंह: मेष के लिए, वक्री बुधदेव रिश्तों में शांत और सधी हुई बातचीत की सलाह देते हैं, जबकि सिंह के लिए वे फटाफट बोलने से बचने और शब्द सोचकर कहने पर ज़ोर देते हैं, ताकि संबंधों में अनावश्यक तनाव न पैदा हो।
  • मिथुन और धनु: मिथुन के लिए वक्री बुधदेव पुरानी बातचीत या किसी पुराने क्रश/दोस्त से जुड़ी बात को फिर से सामने ला सकते हैं। वहीं, धनु के लिए भी वक्री बुधदेव किसी पुरानी बात या दोस्त को फिर से सामने ला सकते हैं, जो संवाद और प्लानिंग को प्रभावित करेगा।
  • कर्क पर गुरु का प्रभाव: कर्क राशि में वक्री गुरुदेव उनकी इन्ट्यूशन (Intuition) को और मजबूत कर रहे हैं, जो उन्हें दिल और दिमाग दोनों से फैसला करने में मदद करेगा।

करियर और वित्त पर स्थायित्व का प्रभाव

कुंभ में चंद्रमा का प्रभाव सामूहिक कार्य, करियर में नवाचार और वित्तीय स्पष्टता की ओर ले जाता है।

  • वृषभ और कुंभ: वृषभ के लिए कुंभ में चंद्रदेव करियर को एक्टिव कर रहे हैं, जिससे उन्हें नए तरीके अपनाने और जिम्मेदारी लेने का मौका मिलेगा। वहीं, कुंभ राशि के लिए आपकी ही राशि में चंद्रदेव आत्मविश्वास, साफ सोच और नई दिशा देते हैं, जिससे उनके लक्ष्य और फोकस मजबूत होंगे।
  • मकर और कन्या: मकर राशि के लिए चंद्रदेव पैसों, प्लानिंग और भविष्य की तैयारी पर फोकस बढ़ाते हैं। वहीं, कन्या राशि के लिए कुंभ में चंद्रदेव काम, रूटीन और सेहत को मजबूत करते हैं। वक्री बुधदेव यहाँ पैसों और कागजी काम में सावधानी की सलाह देते हैं।

भावनात्मक गहराई और आत्मनिरीक्षण

वृश्चिक और कुंभ की दोहरी ऊर्जा भावनात्मक बैलेंस और गहन समझ को बढ़ावा देती है।

  • वृश्चिक और मीन: वृश्चिक राशि में ग्रहों का मजबूत योग आत्मविश्वास और स्पष्टता देता है, लेकिन सलाह है कि वे खुद को शांत रखें। मीन राशि के लिए कुंभ में चंद्रदेव अकेले में सोचने, शांत रहने और पुरानी बातों को साफ देखने का मौका देते हैं, जो भावनात्मक मजबूती सिखाता है।
  • तुला और कर्क: तुला के लिए वृश्चिक ऊर्जा पैसों और निजी वैल्यूज को लेकर ज्यादा जागरूक बनाती है, जबकि कर्क के लिए यह ऊर्जा क्रिएटिविटी और जुनून बढ़ाती है।

यह अवधि जल्दबाजी से बचने और सावधानीपूर्वक कदम उठाने की माँग करती है, जिससे दीर्घकालिक स्थायित्व और सफलता प्राप्त की जा सके।

Uma Pathak

Uma Pathak

About Author

उमा पाठक ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से मास कम्युनिकेशन में स्नातक और बीएचयू से हिन्दी पत्रकारिता में परास्नातक किया है। पाँच वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली उमा ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएँ दी हैं। उमा पत्रकारिता में गहराई और निष्पक्षता के लिए जानी जाती हैं।

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