द लोकतंत्र : हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को सिर्फ एक औषधीय वनस्पति नहीं, बल्कि साक्षात देवी का स्वरूप माना जाता है। इन्हें माता लक्ष्मी का रूप और भगवान विष्णु का अत्यंत प्रिय माना गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में तुलसी का होना वातावरण को शुद्ध और सकारात्मक बनाए रखता है। ज्योतिषियों के अनुसार, आगामी नववर्ष 2026 के पहले दिन तुलसी से जुड़े कुछ विशेष उपाय करने से पूरे वर्ष सुख-समृद्धि और दैवीय कृपा बनी रहती है। नए साल की शुरुआत में इन उपायों का शास्त्रीय महत्व अत्यधिक है।
तुलसी को अर्पित करें ये विशेष सामग्री
नए साल के पहले दिन तुलसी को कुछ खास सामग्री अर्पित करने से भाग्य और वैवाहिक जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
- पीला धागा और तुलसी चालीसा: नए साल के शुभ अवसर पर तुलसी पर पीला धागा बांधना चाहिए। यह धागा विष्णु और लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। धागा बांधते समय ‘तुलसी चालीसा’ का जाप करना आवश्यक है, जिससे वर्ष भर श्रीहरि की कृपा बनी रहेगी।
- दूध या पंचामृत अर्पण: नए साल के पहले दिन तुलसी को दूध या पंचामृत अवश्य अर्पित करें। इस दौरान माता तुलसी के मंत्रों का जाप करें और अपनी अधूरी इच्छाओं को पूर्ण करने के लिए प्रार्थना करें।
श्रृंगार और दीपक का महत्व
तुलसी को सुहाग और समृद्धि का प्रतीक मानकर उनसे जुड़े कुछ अन्य उपाय भी अत्यंत फलदायी माने गए हैं।
- लाल धागा और रक्षा सूत्र: शास्त्रों के अनुसार, तुलसी में लाल धागा या कलावा (रक्षा सूत्र) बांधना अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। यह उपाय माता लक्ष्मी को प्रसन्न करता है और घर में स्थिरता लाता है।
- सुहाग सामग्री अर्पण: तुलसी माता को चूड़ियां, चुनरी, सिंदूर या अन्य सुहाग की सामग्री अर्पित करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे दांपत्य जीवन में प्रेम, सामंजस्य और स्थिरता बनी रहती है तथा वैवाहिक संबंधों में आने वाली रुकावटें दूर होती हैं।
- घी का चौमुखी दीपक: नए साल के पहले दिन तुलसी के पास घी का ‘चौमुखी दीपक’ जलाना अत्यंत शुभ होता है। यह उपाय घर के वातावरण को सकारात्मक करता है, नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाता है और परिवार में सुख एवं समृद्धि को आकर्षित करता है।
नए साल की शुरुआत में तुलसी से जुड़े ये शास्त्रीय उपाय निश्चित रूप से जातक के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेंगे और पूरे वर्ष के लिए कल्याण का मार्ग प्रशस्त करेंगे।

