द लोकतंत्र : लालू यादव की पीएम मोदी के परिवार को लेकर दिए गए बयान के बाद सियासी माहौल गरम हो गया है। एक तरफ़ भाजपा ने लालू के हमले को जहां अपना हथियार बना लिया है वहीं दूसरी तरफ़ विपक्ष ‘मोदी का परिवार’ कैम्पेन को काउंटर करने के लिए अलग अलग तर्क दे रही है। इस मामले में कांग्रेस के सांसद जयराम रमेश ने कहा कि, प्रधानमंत्री सिर्फ बीजेपी और एनडीए सरकार की मार्केटिंग और रीब्रांडिंग के लिए बैठे हैं।
क्या कहा जयराम रमेश ने
प्रधानमंत्री मोदी के ‘मेरा देश ही मेरा परिवार है’ वाले बयान को लेकर कांग्रेस के सांसद जयराम रमेश ने कहा कि, हमारी प्राथमिकता भी देश के लोग हैं। हम भी देशवासियों की आवाज महंगाई, बेरोजगारी, आर्थिक अस्थिरता और ध्रुवीकरण के खिलाफ उठा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, अगर 140 करोड़ भारतीय पीएम मोदी का परिवार हैं तब उन्होंने लोगों का विश्वास क्यों तोड़ा और उन्होंने उनके साथ अन्याय क्यों किया?
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि, पिछले 10 साल उनके खुद के परिवार के लिए ‘अन्याय काल’ रहे हैं। वह लोकतंत्र से चुने हुए व्यक्ति हैं पर उनकी शख्सियत और काम करने का तरीका अन्यायपूर्ण है। वह सिर्फ मार्केटिंग और रीब्रांडिंग के लिए बैठे हैं। वह खुद को विश्वगुरु घोषित कर चुके हैं। हम पीएम पद का सम्मान करते हैं लेकिन अगर कोई व्यक्ति सम्मान चाहता है तब उसे भी सम्मान से पेश आना चाहिए।
क्या था मामला जिसके बाद ‘मोदी का परिवार’ स्लॉगन बन गई देशव्यापी मुहीम
दरअसल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने बिहार की राजधानी पटना में INDI अलायंस के साथ हुए रैली के दौरान गठबंधन दलों के नेताओं की मौजूदगी में प्रधानमंत्री मोदी पर ‘खुद का परिवार’ न होने को लेकर टिप्पणी की थी जिसके बाद बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ख़ुद को पीएम मोदी का परिवार बताते हुए उनके समर्थन में यह अभियान चलाया।
यह भी पढ़ें : लीजिए RLD का टिकट भी आ गया, बाग़पत और बिजनौर लोकसभा सीटों पर उतारे प्रत्याशी
रैली के अन्तर्गत बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव ने अपने अन्दाज़ में पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा था कि, अगर नरेंद्र मोदी के पास परिवार नहीं है तो हम क्या कर सकते हैं। वह राम मन्दिर के बारे में डींगें मारते रहते हैं। वह सच्चे हिंदू भी नहीं हैं। हिंदू परंपरा में बेटे को माता-पिता के निधन पर सिर और दाढ़ी मुंडानी चाहिए। जब पीएम मोदी की मां का निधन हुआ था तो उन्होंने ऐसा नहीं किया था।