द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच दिल्ली सरकार ने वाहनों को लेकर बनाए गए सख्त नियमों को अब पूरी तरह लागू कर दिया है। BS6 मानक वाली गाड़ियों को छोड़कर बाकी सभी वाहनों की दिल्ली में एंट्री पर रोक लगा दी गई है। राजधानी के सभी बॉर्डर प्वाइंट्स पर दिल्ली पुलिस और ट्रैफिक पुलिस की टीमें तैनात हैं, जो नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों को मौके पर ही रोककर वापस लौटा रही हैं।
दिल्ली सरकार का यह फैसला तब आया है, जब राजधानी की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच चुकी है और AQI ‘इमरजेंसी मोड’ में दर्ज किया जा रहा है। सरकार का मानना है कि वाहनों से निकलने वाला धुआं प्रदूषण का बड़ा कारण है और इसे नियंत्रित करने का सबसे तेज तरीका पुराने वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाना है।
दिल्ली बॉर्डर पर सख्त चेकिंग, गैर-BS6 वाहन वापस लौटाए जा रहे
आज से लागू इस नियम के तहत दिल्ली के बाहर रजिस्टर्ड कोई भी वाहन, यदि वह BS6 उत्सर्जन मानक का नहीं है, तो उसे राजधानी में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है। BS5, BS4, BS3 और उससे पुराने मानक वाली गाड़ियों को दिल्ली बॉर्डर पर ही रोक दिया जा रहा है। दिल्ली पुलिस लोगों से अपील कर रही है कि वे बिना BS6 वाहन के दिल्ली आने की योजना न बनाएं, ताकि रास्ते में असुविधा से बचा जा सके।
नियम लागू होते ही दिल्ली-एनसीआर के कई बॉर्डर इलाकों पर लंबी कतारें देखी गईं। खासतौर पर गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम और फरीदाबाद से आने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई लोग निजी काम, दफ्तर या किसी जरूरी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचना चाहते थे, लेकिन उन्हें वापस लौटना पड़ा।
1 अप्रैल 2020 से पहले खरीदी गई गाड़ियां नियमों के दायरे में
सरकार के आदेश के अनुसार, 1 अप्रैल 2020 से पहले खरीदे गए दिल्ली के बाहर रजिस्टर्ड वाहन, चाहे उनकी हालत कितनी भी अच्छी क्यों न हो, अब दिल्ली में प्रवेश के योग्य नहीं माने जाएंगे। यानी अगर आपकी गाड़ी चमकदार है, इंजन फिट है या अब भी EMI चल रही है, तब भी वह नियमों के लिहाज से प्रतिबंधित मानी जाएगी। इस फैसले ने मध्यम वर्ग और रोजाना दिल्ली आने-जाने वाले लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
विधायक की स्टिकर लगी गाड़ी का भी कटा चालान
नियमों की सख्ती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक विधायक का स्टीकर लगी गाड़ी का भी चालान काट दिया गया। GRAP-4 के तहत की गई कार्रवाई में पुलिस ने किसी तरह की छूट नहीं दी। ड्राइवर का दावा था कि वह झांसी से विधायक रवि शर्मा को लेने जा रहा है, लेकिन पुलिस ने नियमों का हवाला देते हुए वाहन को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया और वापस भेज दिया।
सरकार का तर्क, जनता की परेशानी बढ़ी
दिल्ली सरकार का कहना है कि यह कदम अस्थायी है और प्रदूषण के स्तर में सुधार होते ही नियमों की समीक्षा की जाएगी। हालांकि, आम लोगों का कहना है कि अचानक लागू हुए इस फैसले से उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर वे लोग, जो रोज़गार या इलाज के सिलसिले में दिल्ली आते हैं, उनके लिए यह व्यवस्था मुश्किल बन गई है।
फिलहाल, दिल्ली की हवा में सुधार तक BS6 वाहनों के अलावा किसी भी गाड़ी को राजधानी में एंट्री नहीं मिलेगी, और नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

