द लोकतंत्र : सियास्त में दोस्ती तभी तक रहती है जबतक मनोरथ सिद्ध होता रहे। जब बात नहीं बनती और कार्य सिद्ध नहीं होता दोस्ती टूट जाती है। महाराष्ट्र में भी कुछ ऐसा ही हुआ है। दरअसल, प्रकाश आंबेडकर ने महाविकास अघाड़ी को एक बड़ा झटका दिया है। उनकी पार्टी वंचित बहुजन अघाड़ी ने MVA से अपना गठबंधन तोड़ दिया है। पिछले कुछ दिनों से लगातार सीट शेयरिंग को लेकर महाविकास अघाड़ी और प्रकाश आंबेडकर की पार्टी के बीच चर्चा चल रही थी, लेकिन बात बन नहीं पा रही थी।
दरअसल, प्रकाश आंबेडकर अपनी मांगो को लेकर अड़े हुए थे जिसपर MVA में सहमति नहीं बन रही थी। कल आंबेडकर को MVA की तरफ से अल्टीमेटम दिया था कि वो अपना रुख स्पष्ट करें जिसके बाद आज उन्होंने अपना स्टैंड साफ कर दिया है। हालाँकि नागपुर सीट पर वीबीए कांग्रेस का समर्थन करेगी।
वंचित बहुजन अघाड़ी अकेले लड़ेगी चुनाव
MVA से अलग होने के साथ ही प्रकाश आंबेडकर ने VBA के 8 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया। प्रकाश आंबेडकर जहां ख़ुद अकोला से चुनाव लड़ेंगे वहीं संजय केवट भंडारा से, यवतमाल से खेमसिंह प्रतापराव पवार, चंद्रपुर से राजेश बेले चुनाव लड़ेंगी।
वंचित बहुजन घाड़ी ने पहले फेज के अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। वंचित बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश आंबेडकर पहले से ही नाराज चल रहे थे। हाल ही में उन्होंने कहा कि उद्धव शिवसेना के साथ गठबंधन अब अस्तित्व में नहीं है। संजय राउत ने कहा है कि उनकी पार्टी 22 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। फिलहाल 17 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान हो चुका है।
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बता दें, महाविकास अघाड़ी की तरफ से प्रकाश आंबेडकर की पार्टी को चार सीटों का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन प्रकाश आंबेडकर सात सीटों की मांग कर रहे थे। VBA की तरफ से कहा जा रहा था कि ये वो सीटें हैं जहां वंचित के जितने की उम्मीद कम है।