द लोकतंत्र : लोकसभा चुनाव के अन्तर्गत दूसरे चरण का मतदान हो चुका है। तीसरे चरण के लिए सियासी दलों की नूरा कुश्ती चालू है। राजनीतिक दलों से जुड़े नेता अलग अलग दावों और वादों से जनता को लुभाने के लिए भरपूर कोशिश कर रहे हैं। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि देश में समान नागरिक संहिता लागू करना पीएम मोदी की गारंटी है।
शुक्रवार को मध्य प्रदेश में गुना संसदीय क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती है कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुस्लिमों का है। मैं आज गुना की धरती पर कहकर जाता हूं कि इस देश के संसाधनों पर गरीब, दलित, ओबीसी और आदिवासियों का सबसे पहला अधिकार है। कांग्रेस ने 70 सालों तक राम मंदिर का मुद्दा दबाकर रखा, इसी तरह अनुच्छेद- 370 को गोद में खेलाती रही लेकिन मोदी जी ने उसे झटके से खत्म कर दिया।
देश तुष्टिकरण से नहीं समान नागरिक संहिता से चलेगा
जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ फिर से लाएंगे। कांग्रेस पार्टी शरिया कानून से देश को चलाना चाहती है। कांग्रेस मुस्लिम पर्सनल लॉ के माध्यम से पिछले दरवाजे से शरिया कानून लाना चाहती है। राहुल बाबा तुष्टीकरण के लिए जो करना है कर लो, देश समान नागरिक संहिता (यूसीसी) से ही चलेगा।
आशिक़ का जनाज़ा है, जरा धूम से निकले
केंद्रीय गृहमंत्री ने ताबड़तोड़ कई रैलियों को संबोधित किया। मध्य प्रदेश के राजगढ़ में भी उन्होंने रैली की। यहां उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता और राजगढ़ सीट से प्रत्याशी दिग्विजय सिंह पर बड़ा हमला किया है। गृह मंत्री शाह ने लोगों से दिग्विजय सिंह को भव्य विदाई देने की अपील की है।
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गृह मंत्री अमित शाह ने दिग्विजय सिंह पर कटाक्ष करते हुए लोगों से उनके राजनीतिक करियर को भव्य विदाई देने की अपील भी की। अमित शाह ने दिग्विजय सिंह पर कटाक्ष करने के लिए कहा-“आशिक का जनाज़ा है, जरा धूम से निकले।” अमित शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह को राजनीति से स्थायी विदाई देने का समय आ गया है। उन्हें भारी अंतर से हराएं और घर बिठाएं।