द लोकतंत्र : उत्तर प्रदेश की सबसे हॉट और बहुचर्चित सीटों अमेठी और रायबरेली के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। कई दिनों तक संस्पेंस बनाकर रखने के बाद अमेठी में किशोरीलाल शर्मा को उम्मीदवार बनाकर वाक़ई कांग्रेस ने सबको सरप्राइज़ दे दिया। अमेठी के रण में भाजपा को कांग्रेस की तरफ़ से एक तरह से वॉकओवर दे दिया गया। वहीं रायबरेली सीट से राहुल गांधी की उम्मीदवारी पर मुहर लग गई।
उत्तर प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों अमेठी और रायबरेली पर उम्मीदवारों को लेकर जारी अटकलों के बीच कांग्रेस ने लिस्ट जारी कर दिया है। नेहरू-गांधी परिवार के लिए रायबरेली और अमेठी दोनों लोकसभा काफ़ी महत्वपूर्ण रहे हैं इसलिए इन दोनों सीटों को लेकर बीते कई दिनों से अटकलों का बाज़ार गर्म था।
बता दें, अमेठी सीट से इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 2004 से लगातार तीन बार सांसद रहे, लेकिन उन्हें 2019 में बीजेपी नेत्री और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बड़े अंतर से हरा दिया था। कांग्रेस द्वारा कराये गये इंटरनल सर्वे में फिर से राहुल गांधी के हारने के संकेत थे इसलिए पार्टी ने सोनिया गांधी के भरोसेमंद केएल शर्मा को अमेठी के रण में स्मृति ईरानी के सामने खड़ा कर दिया।
विशाल रैली की ली गई थी परमिशन
कल का दिन अमेठी के लिए काफ़ी महत्वपूर्ण और गहमागहमी भरा था। ज़िला कांग्रेस इकाई के साथ प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं ने कई दौर की मीटिंग की। 150 से ज़्यादा गाड़ियों की परमिशन ज़िला प्रशासन से ली गई थी। संभावना जतायी जा रही थी कि राहुल गांधी ही इस सीट पर नामांकन करेंगे। हालाँकि, कांग्रेस द्वारा जारी लिस्ट से यह साफ़ हो गया कि राहुल गांधी ने अमेठी सीट को हमेशा के लिए छोड़ दिया है।
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अमेठी के कार्यकर्ताओं के लिए भी यह लिस्ट सरप्राइज़ भरा है। बीते दो दिनों से स्थानीय कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी की उम्मीदवारी की उम्मीद लगाए स्थानीय कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। कल देर रात भी राहुल गांधी का पोस्टर लिए कार्यकर्ता अमेठी कांग्रेस दफ़्तर के बाहर जुटे थे।
रायबरेली से लड़ेंगे राहुल गांधी
सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने के बाद रायबरेली सीट से गांधी परिवार के सदस्य का लड़ना तय माना जा रहा था। क़यास लगाए गए थे कि रायबरेली से प्रियंका गांधी ही चुनाव लड़ेंगी लेकिन प्रियंका के मना करने के बाद राहुल गांधी ने माँ की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए रायबरेली से अपनी उम्मीदवारी के लिए हामी भर दी। अगर राहुल रायबरेली और वायनाड दोनों जगहों से जीतते हैं तो वायनाड सीट ख़ाली करेंगे और रायबरेली से सांसद बने रहेंगे।