द लोकतंत्र : महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के मुखिया अजित पवार ने आज (बुधवार को) सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नई दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की। यह मुलाक़ात महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बँटवारे को लेकर था। सूत्रों के मुताबिक़ अजीत पवार ने महाराष्ट्र में सीटों का बँटवारा जल्द से जल्द करने की गुजारिश की है। केंद्रीय गृह मंत्री के साथ हुई इस बैठक में अजित पवार ने सीट बंटवारे को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने की बात कही। बता दें, इस मुलाकात के दौरान पवार ने अमित शाह से NCP के लिए 80 से 90 सीटें देने की मांग की है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस भी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक के लिए सुबह-सुबह दिल्ली पहुंचे। दरअसल, महाराष्ट्र में अक्टूबर 2024 में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों को देखते हुए जहां महाविकास अघाड़ी उत्साहित है वहीं भाजपा नीत महायुति नये सिरे से रणनीति तैयार कर रही है। लोकसभा चुनाव के बाद बदले समीकरण को देखते हुए राज्य की 288 विधानसभा सीटों पर दोनों गठबंधनों के बीच काफी कड़े मुकाबले की उम्मीद की जा रही है।
2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एनसीपी ने 54 सीटें जीती थीं
2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एनसीपी ने 54 सीटें जीती थीं। ऐसे में अजित पवार इन सीटों को बरकरार रखने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने पश्चिमी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र (खानदेश) क्षेत्र में कांग्रेस के खिलाफ 20 सीटों पर भी चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है। अजित पवार इस बार के चुनाव में कांग्रेस की गढ़ वाले मुंबई की 4 से 5 सीटों पर चुनाव लड़ना चाह रहे हैं। जहां अल्पसंख्यक वोट बैंक ज्यादा है। उन्हें भरोसा है कि वह कांग्रेस के खिलाफ बड़ी जीत हासिल करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, मुबई में उनकी पार्टी की ओर से तीन निर्दलीय और 3 कांग्रेस विधायक चुनाव लड़ेंगे।
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वहीं दूसरी ओर, सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने भी 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की मंशा ज़ाहिर की है। इसके अलावा बीजेपी राज्य में 160 से 170 सीटों पर लड़ने की रणनीति पर काम कर रही है। ऐसे में सीटों के बँटवारे को लेकर बीजेपी नीत गठबंधन महायुति में खूब पॉलिटिकल ड्रामा देखने को मिलेगा। बीजेपी जहां 150 से ज़्यादा सीटों पर लड़ना चाहेगी वहीं दोनों सहयोगी दल भी अपने निर्धारित सीटों को छोड़ना नहीं चाहेंगे। कुल मिलाकर बीजेपी के लिये महाराष्ट्र में चुनाव से पहले सीटों के बँटवारे की लड़ाई पहले जीतनी ज़रूरी है।