Politics

बिहार बीजेपी में सांगठनिक बदलाव, दिलीप जायसवाल बने बिहार बीजेपी के नये प्रदेश अध्यक्ष

Organizational change in Bihar BJP, Dilip Jaiswal becomes the new state president of Bihar BJP

द लोकतंत्र : बिहार बीजेपी में सांगठनिक बदलाव हुआ है। बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बदल दिया गया है। सम्राट चौधरी के बाद अब दिलीप जायसवाल को बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। बता दें, दिलीप जायसवाल अभी राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री हैं। सीमांचल से विधान परिषद के सदस्य चुन कर आते हैं। दरअसल, एनडीए में सीएम नीतीश के शामिल होने के बाद सम्राट चौधरी को बीजेपी ने डिप्टी सीएम बनाया था। जिसके बाद से ही नये प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अटकलें शुरू हो गई थीं।

एमएलसी दिलीप जायसवाल को मिली प्रदेश अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी

बीजेपी मुख्यालय दिल्ली द्वारा बृहस्पतिवार शाम को जारी एक पत्र में कहा गया कि विधान परिषद सदस्य दिलीप जायसवाल को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश इकाई का प्रमुख नियुक्त किया है और उनकी नियुक्ति ‘तत्काल प्रभाव से’ लागू हो गई है।

दरअसल, दिलीप जायसवाल मूल रूप से खगड़िया जिले के रहने वाले हैं। प्रदेश में वे बिहार सरकार में भूमि एवं राजस्व मंत्री हैं। वे बीजेपी के कद्दावर नेता माने जाते हैं और तीसरी बार विधान परिषद के सदस्य बने हैं। दिलीप जायसवाल लगातार 20 वर्षों तक बिहार प्रदेश भाजपा के कोषाध्यक्ष भी रहे हैं।

वहीं, प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर दिलीप जायसवाल ने राष्ट्रीय नेतृत्व को धन्यवाद दिया है। जानकारी के लिए बता दें, भाजपा ने लगातार चौथी बार पिछड़ा समुदाय के व्यक्ति को बिहार की कमान दी है। इससे पहले सम्राट चौधरी, संजय जायसवाल और नित्यानंद राय भी पिछड़ा वर्ग से ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनाए गए थे। 23 मार्च, 2023 को सम्राट चौधरी को बिहार भाजपा का दायित्व दिया गया था। प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने से पूर्व सम्राट विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में थे।

सम्राट चौधरी भाजपा विधानमंडल दल के नेता हैं। साथ ही उपमुख्यमंत्री भी हैं ऐसे में बीजेपी के नियम के मुताबिक़ एक व्यक्ति के पास दो पद नहीं होना चाहिए इसलिए उन्हें अध्यक्ष पद से छुट्टी दे दी गई। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने के बाद दिलीप जायसवाल को नीतीश मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा देना होगा।

Team The Loktantra

Team The Loktantra

About Author

लोकतंत्र की मूल भावना के अनुरूप यह ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां स्वतंत्र विचारों की प्रधानता होगी। द लोकतंत्र के लिए 'पत्रकारिता' शब्द का मतलब बिलकुल अलग है। हम इसे 'प्रोफेशन' के तौर पर नहीं देखते बल्कि हमारे लिए यह समाज के प्रति जिम्मेदारी और जवाबदेही से पूर्ण एक 'आंदोलन' है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may also like

Rahul Gandhi
Politics

PM मोदी के बयान पर राहुल बोले – आप हमें जो चाहें बुलाएं, लेकिन हम INDIA हैं

द लोकतंत्र : पीएम मोदी ने विपक्षी दलों के गठबंधन का INDIA नाम रखने पर कहा कि विपक्ष का गठबंधन
Amit Shah in Parliament
Politics

अमित शाह ने मल्लिकार्जुन खरगे को चिट्ठी लिखकर मणिपुर पर चर्चा के लिए सहयोग माँगा

द लोकतंत्र : मणिपुर मामले को लेकर संसद के दोनों सदनों में गतिरोध जारी है। अमित शाह ने चिट्ठी लिखकर