द लोकतंत्र : दिल्ली में शनिवार 27 जुलाई 2024 को नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक होने वाली है, जिसकी अध्यक्षता देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। नीति आयोग की बैठक का INDIA Alliance के अधिकांश दल बहिष्कार कर रहे हैं। हालाँकि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नीति आयोग की बैठक में मौजूद रहने का संकेत दिया है। बैठक में शामिल होने के लिए ममता बनर्जी दिल्ली पहुंच चुकी हैं। हालाँकि इस बैठक से एक दिन पहले सीएम ममता बनर्जी ने तल्ख तेवर दिखाते हुए नीति आयोग को खत्म करने की वकालत की।
बनर्जी का कहना है कि सभी गैर-एनडीए शासित राज्यों की बजट में अनदेखी की गई है। ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा ने सरकार तो बना ली है, लेकिन उनके पास लोगों का जनादेश नहीं है। मैंने सोचा कि आम मंच पर अपनी आवाज उठाना मेरा कर्तव्य है, हालांकि मुझे पता है कि नीति आयोग के पास कोई वित्तीय शक्ति नहीं है।
नीति आयोग खत्म करो और…
सीएम ममता बनर्जी ने कहा, नीति आयोग खत्म करो और योजना आयोग को वापस लाओ। योजना आयोग नेताजी बोस का आइडिया था। ये सरकार आपसी लड़ाई में गिर जाएगी, इंतजार कीजिए। इस दौरे में मेरे पास ज्यादा समय नहीं है इसीलिए किसी नेता से मेरी मुलाकात नहीं हो रही। मैं अरविंद केजरीवाल की पत्नी से मिलना चाहती थी, मैं उनसे बात करूंगी।
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इसके पहले ममता बनर्जी ने कहा था कि, मैं नीति आयोग की बैठक में बंगाल के साथ किए जा रहे राजनीतिक भेदभाव का विरोध करूंगी। उनके मंत्रियों और बीजेपी नेताओं का रवैया ऐसा है कि वे बंगाल को बांटना चाहते हैं। आर्थिक नाकेबंदी के साथ-साथ वे भौगोलिक नाकेबंदी भी करना चाहते हैं। झारखंड, बिहार और बंगाल को बांटने के लिए अलग-अलग नेता अलग-अलग बयान दे रहे हैं। हम इसकी निंदा करते हैं। हम अपनी आवाज बुलंद करना चाहते हैं और ऐसा करने के लिए मैं वहां मौजूद रहूंगी।
बंगाल में बीजेपी का सूरज डूब रहा है
ममता बनर्जी ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, बंगाल में बीजेपी का सूरज डूब रहा है। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे का गठबंधन जीतेगा। हरियाणा में बीजेपी हारेगी और झारखंड में हेमंत सोरेन फिर जीतेंगे। सीएए (CAA) के सवाल पर सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि अगर एक सरकार इसे ला सकती है तो दूसरी सरकार इसे वापस भी कर सकती है। उन्होंने कहा कि हाल के चुनाव में इंडिया गठबंधन को 51 फीसदी तो एनडीए को 46 फीसदी वोट मिले। साथ ही एनडीए का हिस्सा बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं विचारधारा से समझौता नहीं कर सकती।