द लोकतंत्र : सरकारों के भीतर काम करने वाली प्रशासनिक मशीनरी इतनी निष्ठुर हो गई है कि तमाम ऐसे हादसे जिसकी नियति में नहीं होना लिखा तो वह लगातार हो रहे हैं, बार बार हो रहे हैं। तीन बच्चे IAS कोचिंग सेंटर सेंटर में डूब गये। यह सुनना अटपटा इसलिए भी है क्योंकि कोई कैसे उन जगहों पर डूब सकता है जहां ‘डूब जाने’ जैसी घटनाओं की कल्पना नहीं की जा सकती थी। दरअसल दिल्ली के राव आईएएस कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई। यह छात्र आईएएस बनने का सपना लिए इस कोचिंग सेण्टर में पढ़ाई कर रहे थे। दिल्ली में शनिवार रात राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हो गई है।
बता दें, शनिवार शाम को राजेंद्र नगर इलाके में भारी बारिश के कारण राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन UPSC के छात्रों की मौत हो गई। हादसे के चश्मदीद ने बताया कि, राव IAS अकादमी के बेसमेंट में बायोमैट्रिक सिस्टम लगा हुआ है। बिना थंब इंप्रेशन के आप अंदर यह बाहर नहीं आ जा सकते हैं। इसी वजह से मुझे लगता है कि पानी की वजह से बायोमैट्रिक मशीन खराब हो गई थी और कोई भी बाहर नहीं निकल सका। चश्मदीद ने इस हादसे के लिए प्रशासन जिम्मेदार ठहराया है। चश्मदीद के मुताबिक़ यहां के मौजूदा विधायक और सांसद एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहते हैं।
दुर्घटनाओं के बाद बच जाती है तो सिर्फ़ जाँच की बात
दुर्घटनाओं के बाद जागे भी तो बस ख़ानापूर्ति के लिए। ऐसी घटनायें पहली नहीं हैं। नयी तो बिलकुल भी नहीं। प्रशासनिक लापरवाही और कोचिंग संचालकों की मनमानी की वजह से कहीं आगज़नी से छात्रों को जान गँवानी पड़ती है तो कभी डूब जाना होता है। इस घटना के बाद भी जाँच की बात और कार्यवाहियों की ख़ानापूर्ति की शुरुआत हो गई है। ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना पर डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने कहा कि, हमने आपराधिक मामला दर्ज किया है। हमारी फोरेंसिक टीमें यहां हैं। फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र करने की प्रक्रिया चल रही है। हम इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हमें उचित जांच करनी चाहिए। हम एक मजबूत मामला दर्ज करने और सच्चाई का पता लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अब तक दो लोगों को हिरासत में लिया गया है।
सियासी आरोप प्रत्यारोप भी शुरू
ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना पर AAP विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा, यह लो-लाइन एरिया है। इस लाइन से पानी बहता है। नाला या सीवर टूट गया है जिसकी वजह से पानी बेसमेंट में भर गया। बचाव और राहत टीमें अपना काम कर रही हैं। भाजपा को भी जवाब देना चाहिए कि उन्होंने क्या किया। पिछले 15 सालों से वे पार्षद हैं, फिर भी नाला क्यों नहीं बनवाया। एक साल में सारे नाले नहीं बन सकते। राजनीति की कोई जरूरत नहीं है, अभी महत्वपूर्ण बच्चों की जान है।
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वहीं, इस घटना पर भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, यह बच्चे यहां अपना भविष्य सवांरने आए थे लेकिन दिल्ली की सरकार ने स्थानीय लोगों की एक नहीं सुनी। यहां के विधायक दुर्गेश पाठक से कहा जा रहा था कि वे नाले की सफाई करवाएं लेकिन इसे नहीं करवाया गया। बेसमेंट में पूरा पानी भर चुका है और अंदर के फर्नीचर तैर रहे हैं। इस मृत्यु की जिम्मेदार केजरीवाल सरकार है। एक शव बरामद हुए हैं लेकिन जो परिस्थिति है शायद और भी शव बरामद हो सकते हैं।