द लोकतंत्र : महाराष्ट्र में इस साल नवंबर-दिसंबर के बीच संभावित विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी सरगर्मी चरम पर है। सभी राजनीतिक दलों ने अभी से अपनी कमर कस ली है, और हर मोर्चे पर तैयारियां जोरों से चल रही हैं। इसी बीच, राज्य की राजनीति में बड़ा ट्विस्ट तब आया जब बारामती में उपमुख्यमंत्री अजित पवार को भावी मुख्यमंत्री बताने वाले पोस्टर्स ने राजनीति के पारे को और बढ़ा दिया है।
दरअसल, ये पोस्टर्स अजित पवार के समर्थकों द्वारा लगाए गए हैं, और यह पहली बार नहीं है जब इस तरह के पोस्टर्स सुर्खियों में आए हों। इससे पहले भी कई बार पवार समर्थकों ने उन्हें सीएम पद का दावेदार बताते हुए पोस्टर्स लगाए थे, लेकिन इस बार चुनावों से ठीक पहले इस कदम ने महायुति की अंदरूनी खींचतान को सामने ला दिया है।
अजित पवार की ‘CM दावेदारी’ से महायुति में उबाल
बता दें, बारामती में लगे पोस्टर्स ने महायुति (BJP-शिवसेना-राकांपा गठबंधन) के भीतर सीएम पद की दावेदारी को लेकर उठ रहे सवालों को हवा दे दी है। जहां एक ओर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच गठबंधन के नेतृत्व को लेकर पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे, वहीं अब अजित पवार के ‘भावी मुख्यमंत्री’ पोस्टर्स ने राजनीति के इस खेल में नया मोड़ ला दिया है।
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गणेश मंडल पंडाल में लगाए गए इन पोस्टर्स ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। अजित पवार की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर न केवल अटकलें तेज़ हो गई हैं, बल्कि महायुति के भीतर की खींचतान भी अब खुलकर सामने आ रही है।
बीजेपी को ‘बड़े भाई’ की भूमिका निभाने की हिदायत
इस राजनीतिक उथल-पुथल के बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने महाराष्ट्र बीजेपी पार्टी इकाई को बड़ा संदेश दिया है। शनिवार को मुंबई दौरे पर पहुंचे नड्डा ने भाजपा की महाराष्ट्र इकाई को गठबंधन में ‘बड़े भाई’ की भूमिका निभाने की सलाह दी। नड्डा ने राज्य भाजपा कोर कमेटी से कहा कि चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए गठबंधन सहयोगियों की चिंताओं का समाधान किया जाए, ताकि महायुति एकजुट और मजबूत रहे। उन्होंने ‘बड़े भाई’ की भूमिका में बने रहने की बात कही।
जेपी नड्डा का मुंबई दौरा, चुनावी तैयारियों पर मंथन
लालबागचा राजा के दर्शन करने के बाद, नड्डा ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के गणपति उत्सव में भी शिरकत की। इसके बाद, नड्डा ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवास पर राज्य भाजपा कोर कमेटी के सदस्यों के साथ लंबी बैठक की, जिसमें चुनावी रणनीति और आगामी चुनावों की चुनौतियों पर गहन चर्चा की गई। नड्डा ने साफ तौर पर कहा कि महायुति को एक टीम की तरह काम करना होगा, ताकि आगामी विधानसभा चुनावों में सफलता सुनिश्चित हो सके।
महायुति में अंदरूनी कलह, क्या अजित पवार बनेंगे चुनौती?
अजित पवार के पोस्टर्स ने न केवल सियासी गलियारों में हलचल मचाई है, बल्कि गठबंधन के भीतर भी गहरे तनाव के संकेत दे दिए हैं। अब सवाल उठता है कि क्या यह खींचतान चुनावों के नतीजों को प्रभावित करेगी? क्या अजित पवार की मुख्यमंत्री दावेदारी महायुति के लिए एक नई चुनौती साबित होगी? आप इस राजनीतिक उठापटक के बारे में क्या सोचते हैं? क्या अजित पवार सीएम बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं? अपने विचार हमारे साथ साझा करें!