द लोकतंत्र : हिमाचल प्रदेश की मंडी से बीजेपी सांसद और मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं। इस बार विवाद की वजह बना है 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री पर किया गया उनका सोशल मीडिया पोस्ट। दरअसल, बीजेपी सांसद कंगना ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लाल बहादुर शास्त्री को ‘देश का लाल’ बताते हुए महात्मा गांधी को लेकर टिप्पणी की, जिसने सोशल मीडिया पर एक बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है।
कंगना रनौत ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, देश के पिता नहीं, देश के तो लाल होते हैं। धन्य है भारत मां के ये लाल। बता दें, कंगना के इस बयान को गांधी जी के कद को छोटा करने का प्रयास माना जा रहा है। इतना ही नहीं, कंगना ने स्वच्छता अभियान को लेकर गांधी जी के योगदान की भी अनदेखी करते हुए इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दे दिया, जिससे कई गांधी समर्थकों और कांग्रेस नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है।
कांग्रेस ने जताई कड़ी नाराज़गी
कांग्रेस ने कंगना रनौत की इस टिप्पणी को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना पर हमला बोलते हुए कहा, गोडसे उपासक बापू और शास्त्री जी में भेद करते हैं। क्या नरेंद्र मोदी अपनी पार्टी की नई गोडसे भक्त सांसद को माफ कर देंगे? महात्मा गांधी राष्ट्रपिता हैं, सपूत हैं, और शहीद हैं। हर कोई सम्मान का हकदार है।
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कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी कंगना के बयान की निंदा करते हुए इसे गांधी जी के प्रति असम्मानजनक और विभाजनकारी बताया। पार्टी का मानना है कि कंगना रनौत जैसी शख्सियत, जो जनता के बीच एक प्रभावशाली चेहरा हैं, उन्हें ऐसे बयानों से बचना चाहिए जो सामाजिक और राजनीतिक तनाव को बढ़ाते हैं।
बीजेपी के लिए बढ़ रही मुश्किल
बीजेपी के लिए कंगना रनौत की विवादित टिप्पणियां अब मुश्किलें खड़ी कर रही हैं। कंगना का पार्टी से संबंध उन्हें राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनाता है, लेकिन उनके बेलगाम बयान पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बीजेपी पहले भी कई बार कंगना के बयानों पर असहज स्थिति में पड़ चुकी है, लेकिन पार्टी ने अभी तक कोई सख्त कदम नहीं उठाया है। उनके विवादित बयानों से पार्टी को लगातार बैकफुट पर जाना पड़ता है।
बीजेपी के लिए कंगना रनौत के बयानों को सम्भालना अब मुश्किल होते जा रहा है। कंगना की अनियंत्रित बयानबाजी बीजेपी के लिए एक ‘Loose Cannon’ बन गई हैं। पार्टी के भीतर भी कंगना के प्रति असंतोष बढ़ रहा है।