‘अवॉर्ड्स की मंडी’ में बिक रहा है ‘भारत रत्न’ सम्मान, कंपनी बनाकर अवार्ड देने का धंधा जायज़ है या स्कैम
द लोकतंत्र/ सुदीप्त मणि त्रिपाठी : सोसाइटी में पद, प्रतिष्ठा, सम्मान और पहचान की चाहत रखना हर इंसान की स्वाभाविक प्रवृत्ति होती है। हर व्यक्ति चाहता है कि वह आम नहीं ख़ास हो और उसे उसके काम के लिए जाना पहचाना जाए, सराहा जाए और सम्मानित किया जाए। अपनी इसी चाहत को धरातल पर उतारने […]