द लोकतंत्र : जीवन में अकस्मात वित्तीय संकट या आपातकालीन परिस्थितियाँ कभी भी आ सकती हैं, जिनके लिए तुरंत पैसों की आवश्यकता होती है। ऐसे समय में, यदि किसी व्यक्ति के पास पर्याप्त इमरजेंसी फंड नहीं होता है, तो बैंक से ऋण (Loan) लेना एकमात्र रास्ता बचता है। लेकिन अक्सर बैंक, उधारकर्ता के सिबिल स्कोर (CIBIL Score) की जाँच के बाद, खराब स्कोर होने पर ऋण देने से मना कर देते हैं। इस गंभीर वित्तीय बाधा को दूर करने के लिए, अब एक सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प सामने आया है: बैंक फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) के एवज में ऋण।
आधुनिक बैंकिंग प्रणाली में, सिबिल स्कोर किसी व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री और ऋण चुकाने की क्षमता का प्राथमिक पैमाना है। 750 या उससे अधिक का स्कोर अच्छा माना जाता है, जबकि खराब स्कोर वाले आवेदकों को बैंक जोखिम भरा मानकर उनके लोन आवेदन को अस्वीकार कर देते हैं। ऐसे में, जहाँ असुरक्षित ऋण (Unsecured Loan) मिलना लगभग असंभव हो जाता है, वहीं सिक्योर्ड लोन (Secured Loan) का विकल्प एक जीवन रेखा बन जाता है।
आरबीआई और बैंकों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में सुरक्षित ऋण को हमेशा प्राथमिकता दी जाती है। इस मामले में, फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) के एवज में दिया जाने वाला ऋण एक तरह का सिक्योर्ड लोन होता है। इस प्रक्रिया में, बैंक ग्राहक की क्रेडिट हिस्ट्री या सिबिल स्कोर की जाँच नहीं करते हैं। इसका कारण यह है कि ग्राहक के ऋण की पूरी गारंटी उसकी जमा की गई एफडी राशि होती है। यदि किसी कारणवश ग्राहक ऋण वापस नहीं कर पाता है, तो बैंक एफडी को भुनाकर अपनी ऋण राशि की भरपाई कर लेता है।
वित्तीय योजनाकारों और विशेषज्ञों का मानना है कि खराब सिबिल स्कोर की स्थिति में एफडी पर लोन लेना एक बुद्धिमान वित्तीय निर्णय है। यह विकल्प न केवल आसान और त्वरित ऋण सुनिश्चित करता है, बल्कि ऋण की राशि भी पर्याप्त हो सकती है। विशेषज्ञ बताते हैं कि ग्राहक अपनी एफडी की राशि का 90 प्रतिशत तक ऋण ले सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपकी एफडी ₹1 लाख की है, तो आप ₹90,000 तक का लोन आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। यह आपातकालीन जरूरतों को तुरंत पूरा करने का प्रभावी साधन है।
एफडी पर ऋण लेने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह सिबिल स्कोर सुधारने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है। यदि उधारकर्ता एफडी पर लिए गए ऋण की राशि का सही समय पर और नियमित रूप से भुगतान करता है, तो यह उसकी क्रेडिट हिस्ट्री में सकारात्मक प्रविष्टि करता है। विशेषज्ञ अनुमान लगाते हैं कि सफलतापूर्वक ऋण चुकाने से सिबिल स्कोर में 100 पॉइंट तक का सुधार हो सकता है। इस प्रकार, यह विकल्प न केवल मौजूदा जरूरत को पूरा करता है, बल्कि भविष्य की वित्तीय स्थिरता के लिए क्रेडिट प्रोफाइल को भी मजबूत बनाता है।
खराब सिबिल स्कोर वाले व्यक्तियों के लिए बैंक एफडी के एवज में ऋण लेना एक अत्यंत आसान, भरोसेमंद और दोहरे लाभ वाला विकल्प साबित होता है। यह आपातकाल में पैसे की कमी को दूर करता है, और समय पर भुगतान करने से आपकी क्रेडिट रेटिंग सुधरती है। इसलिए, जिनके पास एफडी मौजूद है, उन्हें मुश्किल समय में असुरक्षित ऋण विकल्पों की तलाश करने के बजाय इस सुरक्षित विकल्प का लाभ उठाना चाहिए

