द लोकतंत्र : देश के फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) सेक्टर ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शानदार ग्रोथ दर्ज की है। जुलाई से सितंबर 2025 की अवधि में घर में उपयोग होने वाले उत्पाद और किराना सामानों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है।
न्यूमेरेटर के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, FMCG की बिक्री में साल-दर-साल 4.7% की वृद्धि दर्ज की गई, जो पिछली तिमाही के 3.6% और पिछले वर्ष की समान अवधि के 4% की वृद्धि से अधिक है।
FMCG सेक्टर, जो अर्थव्यवस्था की उपभोक्ता मांग का एक महत्वपूर्ण संकेतक है, लंबे समय से धीमी गति से आगे बढ़ रहा था। थोक सामान, ब्रांडेड और लोकल प्रोडक्ट्स का डेटा रखने वाली ब्रिटेन की रिसर्च कंपनी न्यूमेरेटर के आंकड़ों में यह उछाल बाजार के लिए सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
दिलचस्प बात यह है कि यह बढ़ोतरी जीएसटी दरों में कटौती (22 सितंबर से प्रभावी) से पहले ही दर्ज की गई थी, जो यह दर्शाता है कि उपभोक्ता मांग में सुधार बुनियादी आर्थिक कारणों से आ रहा है।
सरकारी या उद्योग निकायों ने सीधे तौर पर इस तिमाही के आंकड़ों पर टिप्पणी नहीं की है, लेकिन यह सर्वविदित है कि जीएसटी में बदलाव के कारण पिछली तिमाहियों में सप्लाई चेन (आपूर्ति श्रृंखला) और स्टॉक की स्थिति गड़बड़ा गई थी।
हिंदुस्तान यूनिलीवर की प्रबंध निदेशक प्रिया नायर ने विश्लेषकों को बताया कि जैसे-जैसे आपूर्ति श्रृंखला पटरी पर आ रही है, उनका पूरा ध्यान विकास (Growth) पर केंद्रित रहेगा। उन्होंने कहा कि इससे कंपनी सही तरीके से मुनाफा कमाने और ऑपरेटिंग मार्जिन बेहतर रखने में सक्षम होगी।
विप्रो कंज्यूमर केयर एंड लाइटिंग के सीईओ विनीत अग्रवाल ने इस वृद्धि को बाजार के लिए शुभ संकेत बताया। उनके अनुसार, “सामान की कीमतें कम हो रही हैं और पेट्रोल-डीजल पर भी अतिरिक्त खर्च नहीं बढ़ा है।”
उन्होंने कहा कि भले ही नौकरी की स्थिति अभी थोड़ी कमजोर है, लेकिन टैक्स में राहत और अच्छे मानसून का संयुक्त प्रभाव आगे चलकर उपभोक्ता आत्मविश्वास को और बढ़ाएगा, जिससे बाजार के लिए एक अच्छी स्थिति बनेगी।
सर्वाधिक बिकने वाले उत्पाद और निहितार्थ
मांग में सुधार की शुरुआत घरेलू देखभाल (Home Care) वाले उत्पादों से हुई, जिनमें 6.1% की बढ़ोतरी दर्ज हुई।
- घरेलू देखभाल: वाशिंग लिक्विड (61% की बढ़ोतरी) और फैब्रिक कंडीशनर (15% की बढ़ोतरी) जैसे उत्पादों में मजबूत वृद्धि हुई।
- व्यक्तिगत देखभाल (Personal Care): स्किन क्रीम (14%), हेयर कंडीशनर (19%) और हेयर डाई (11%) भी अच्छी रफ्तार में रहे।
- खाद्य पदार्थ: जो FMCG बाजार का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा हैं, उनमें नूडल्स और नमकीन स्नैक्स में 6% की बढ़त, जबकि खाद्य तेलों में 3% की बढ़त देखी गई।
यह रुझान दर्शाता है कि उपभोक्ताओं का ध्यान अब सुविधा और स्वच्छता से जुड़े उत्पादों पर अधिक है।
FMCG सेक्टर का यह प्रदर्शन, जिसमें बिक्री वृद्धि पिछली तिमाही से बेहतर रही है, उपभोक्ता बाजार में पुनरुद्धार का मजबूत संकेत है। कंपनियों को उम्मीद है कि जीएसटी से जुड़े स्टॉक और बिक्री की समस्याएँ हल होने के बाद, वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में मात्रा में और अधिक वृद्धि देखने को मिलेगी। कीमतें कम होने और मानसून की अच्छी स्थिति के चलते, यह सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि में एक महत्वपूर्ण चालक बना रहेगा।

