द लोकतंत्र : सोना और चांदी की कीमत में गिरावट (Gold-Silver Price) का सिलसिला बीते 14 कारोबारी दिनों से जारी है। एक-दो दिन की मामूली बढ़त को छोड़ दें, तो दोनों कीमती धातुओं के दाम बुरी तरह क्रैश (Gold-Silver Price Crash) हो चुके हैं। यह गिरावट निवेशकों और खरीदारों के लिए एक महा-मौका लेकर आई है।
घरेलू और वायदा मार्केट दोनों में ही सोने और चांदी के भाव अपने हाई लेवल से काफी नीचे आ चुके हैं।
गोल्ड हुआ ₹10,774 तक सस्ता
घरेलू मार्केट में बीते शुक्रवार को भी सोने का भाव टूटकर ₹1,20,100 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले ₹570 सस्ता था।
घरेलू मार्केट की गिरावट (IBJA): इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA.Com) के आंकड़ों के अनुसार, 10 ग्राम 24 कैरेट गोल्ड का रेट बीते 17 अक्टूबर की सुबह ₹1,30,874 था।
कुल गिरावट: 17 अक्टूबर के हाई लेवल से कैलकुलेशन करें, तो पीली धातु इस दौरान ₹10,774 तक सस्ती मिल रही है।
MCX पर गोल्ड का वायदा भाव
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोने के वायदा भाव में बड़ी कमी आई है। 17 अक्टूबर को 5 दिसंबर की एक्सपायरी वाले 24 कैरेट सोने की वायदा कीमत ₹1,27,008 प्रति 10 ग्राम थी, जो कि 7 नवंबर शुक्रवार को गिरकर ₹1,21,038 रह गया। यानी इस दौरान ₹5,970 की कमी आई है।
चांदी का दाम तो क्रैश हो गया
बात दूसरी कीमती धातु चांदी की करें, तो इसकी गिरावट सोने से भी कहीं ज्यादा तेज रही है। घरेलू मार्केट में बीते 14 दिनों में Silver Rate करीब ₹21,000 प्रति किलो तक कम हुआ है।
घरेलू मार्केट की गिरावट (IBJA): आईबीजीए की वेबासाइट पर मौजूद रेट्स के अनुसार, 17 अक्तूबर की शाम को 1 किलोग्राम चांदी का भाव ₹1,69,230 था, जो बीते शुक्रवार को गिरकर ₹1,48,275 पर बंद हुआ।
कुल गिरावट: इस हिसाब से सिल्वर प्राइस में ₹20,955 की भारी गिरावट आई है।
MCX पर चांदी का वायदा भाव
MCX पर भी चांदी का वायदा भाव तेजी से टूटा है। 14 कारोबारी दिन पहले इसका वायदा भाव ₹1,56,604 प्रति किलो पर बंद हुआ था और अब तक इसमें ₹8,815 की गिरावट आ चुकी है।
हाई लेवल से तुलना: चांदी अपने उच्चतम वायदा भाव (₹1,70,415) से ₹22,626 तक सस्ती हो चुकी है, जबकि सोना अपने हाई भाव से ₹11,256 तक सस्ता हो चुका है।
ज्वेलरी खरीदते समय रखें इन बातों का ध्यान
IBJA की वेबसाइट पर अपडेट होने वाले Gold-Silver Rates देशभर में समान रहते हैं, लेकिन जब आप ज्वेलरी खरीदते हैं, तो उसकी अंतिम कीमत बढ़ जाती है:
- GST: ज्वेलरी शॉप पर आपको दर पर 3% जीएसटी (GST) चुकाना होता है।
- मेकिंग चार्ज: इसके साथ ही आपको ज्वेलरी के डिजाइन के हिसाब से मेकिंग चार्ज भी देना होता है, जिससे कीमत में इजाफा हो जाता है।
- हॉलमार्क: यह ध्यान रखें कि आप जो गोल्ड ज्वेलरी खरीदें, उस पर दर्ज हॉलमार्क के जरिए उसकी क्वालिटी की पहचान जरूर कर लें।

