द लोकतंत्र : वैश्विक बाज़ारों में चल रहे आर्थिक और मौद्रिक उतार-चढ़ाव के बीच बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में भारी भूचाल देखने को मिला है। अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेड रिजर्व की ओर से संभावित ब्याज दरों में कटौती में देरी और डॉलर इंडेक्स में इज़ाफ़ा होने की वजह से न्यूयॉर्क से लेकर मुंबई तक सोने और चांदी की कीमतों में ज़बरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय वायदा बाज़ार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) में सोने की कीमतों में एक घंटे के कारोबारी सत्र में ही ₹1,900 से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जबकि चांदी ₹4,000 से अधिक लुढ़क गई।
सोने और चांदी की कीमतों में यह गिरावट लगातार तीसरे दिन दर्ज की गई है।
- सोने की स्थिति: MCX पर सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर सोना ₹1,719 की गिरावट के साथ ₹1,21,208 प्रति दस ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि कारोबारी सत्र के दौरान यह ₹1,927 की गिरावट के साथ ₹1,21,000 के निचले स्तर पर आ गया। पिछले तीन दिनों में सोने की कीमतों में कुल ₹5,751 तक की कमी आई है।
- चांदी की स्थिति: चांदी की कीमतें और भी धराशाई होती दिखाई दीं। सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर चांदी ₹3,618 की गिरावट के साथ ₹1,51,694 प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी। खास बात यह है कि तीन दिनों के भीतर चांदी की कीमतों में ₹11,220 से अधिक की भारी गिरावट आ चुकी है।
विदेशी बाज़ारों में भी, न्यूयॉर्क के कॉमेक्स बाज़ार में फ्यूचर गोल्ड में लगभग 66 डॉलर प्रति औंस की बड़ी गिरावट देखने को मिली।
कमोडिटी बाज़ार में इस गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी अर्थव्यवस्था के बदलते हालात और फेड रिजर्व की कठोर मौद्रिक नीति है। फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती में देरी की संभावना ने बॉन्ड यील्ड और डॉलर इंडेक्स को मजबूती दी है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोना (जो डॉलर में मूल्यांकित होता है) अन्य मुद्राओं वाले निवेशकों के लिए महंगा हो जाता है, जिससे उसकी मांग और मूल्य में कमी आती है। जानकारों का कहना है कि टैरिफ को लेकर घटती टेंशन भी ‘सुरक्षित निवेश’ के रूप में गोल्ड की मांग को कम कर रही है।
- ऑगमोंट – गोल्ड फॉर ऑल में रिसर्च हेड, रेनिशा चैनानी ने मीडिया रिपोर्ट में बताया कि सोना इस समय एक महत्वपूर्ण स्तर पर है।
- गोल्ड आउटलुक: उन्होंने कहा कि यदि सोने की कीमतें $4,050 से नीचे बनी रहती हैं, तो हम $3,900 के पिछले निचले स्तर की ओर सुधार देख सकते हैं। $4,200 प्रति औंस से ऊपर जाने की हालिया नाकाम कोशिश ने शॉर्ट टर्म मंदी का माहौल पैदा कर दिया है।
- चांदी आउटलुक: चैनानी ने बताया कि चांदी में अधिक उतार-चढ़ाव है। $54 से ऊपर के प्रतिरोध स्तर को छूने के बाद, इस पर बिकवाली का दबाव है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कीमतें $50 से नीचे बंद होती हैं, तो यह नकारात्मक रुख की पुष्टि होगी और $44 का लक्ष्य निर्धारित हो सकता है।
वर्तमान में गोल्ड और सिल्वर दोनों ही बाज़ारों में अस्थिरता का दौर है। फेड की ओर से ब्याज दरों पर स्पष्टता न होना और मजबूत अमेरिकी अर्थव्यवस्था के कारण गोल्ड की सुरक्षा मांग में कमी आई है। जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में अगर वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता कम होती है और ब्याज दरों में कटौती का संकेत नहीं मिलता है, तो बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है, जिससे निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।

