द लोकतंत्र : भारतीय शेयर बाजार के लिए सप्ताह का आखिरी कारोबारी सत्र, 12 दिसंबर, शुक्रवार को सकारात्मकता के साथ शुरू हुआ। गुरुवार को देखने को मिली जबरदस्त तेजी को बरकरार रखते हुए, प्रमुख बेंचमॉर्क सूचकांक (बेंचमॉर्क इंडेक्स) बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 50 हरे निशान पर खुले और शुरुआती कारोबार में मजबूती दर्ज की गई।
- खुलासा स्तर: 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स सूचकांक 232.90 अंक (0.27 प्रतिशत) की तेजी के साथ 85,051.03 अंक पर खुला। वहीं, एनएसई निफ्टी 50 ने 72.65 अंक (0.28 फीसदी) उछलकर 25,971.20 के स्तर पर कारोबार शुरू किया।
- शुरुआती कारोबार की स्थिति: सुबह करीब 9:20 बजे तक, बाजार में तेजी और बढ़ गई। सेंसेक्स 396 अंक की तेजी के साथ 85,214 अंक पर कारोबार कर रहा था, और निफ्टी 50 107 अंक उछलकर 26,006 के महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया था।
सेक्टरों और शेयरों का प्रदर्शन
शुरुआती सत्र में बाजार की यह तेजी मुख्य रूप से चयनित सेक्टरों और बड़े ब्लूचिप शेयरों के दम पर टिकी रही।
- टॉप गैनर्स (Top Gainers): बीएसई के शीर्ष लाभ वाले शेयरों में टाटा स्टील, अडानी पोर्ट, बजाज फाइनेंस और एक्सिस बैंक शामिल रहे। मेटल और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के शेयरों में अच्छी खरीददारी देखी गई।
- टॉप लूजर्स (Top Losers): इसके विपरीत, जिन प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गई उनमें सन फार्मा, इटरनल, आईटीसी, टेक महिंद्रा और टाइटन शामिल थे। फार्मा और आईटी सेक्टर के कुछ प्रमुख शेयरों में प्रोफिट बुकिंग का दबाव दिखा।
गुरुवार के बाजार का विश्लेषण और आगे की राह
शुक्रवार की यह मजबूती पिछले कारोबारी दिन की तेजी पर आधारित है। गुरुवार को बाजार ने एक शानदार रिकवरी की थी।
- गुरुवार का प्रदर्शन: 11 दिसंबर को सेंसेक्स 426.86 अंक (0.51 प्रतिशत) की तेजी के साथ 84,818.13 अंक पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 50 140.55 अंक (0.55 प्रतिशत) उछलकर 25,898.55 के स्तर पर समाप्त हुआ था। उस दिन निफ्टी आईटी, निफ्टी ऑटो, निफ्टी एफएमसीजी और निफ्टी बैंक समेत लगभग सभी सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई थी।
- बाजार का सेंटिमेंट: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की लगातार खरीददारी और वैश्विक बाजारों से मिल रहे सकारात्मक संकेतों के कारण भारतीय बाजार में ‘बुलिश’ सेंटिमेंट बना हुआ है। हालांकि, सप्ताह के आखिरी दिन प्रोफिट बुकिंग की संभावना बनी रहती है, लेकिन 26,000 के ऊपरी स्तर पर निफ्टी का बना रहना निवेशकों के आत्मविश्वास को दर्शाता है।

