Blog Post दिल्ली का वायु प्रदूषण सिर्फ पर्यावरणीय नहीं, बल्कि स्वास्थ्य आपातकाल... Team The Loktantra March 19, 2025 द लोकतंत्र/ मोमिन उस्मानी : भारत की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण अब केवल सर्दियों तक सीमित एक मौसमी समस्या...
Blog Post बढ़ती जनसंख्या बनाम घटती सुविधाएं, दिल्ली का संतुलन बिगड़ता क्यों... Team The Loktantra March 15, 2025 द लोकतंत्र/ एहसान ख़ान : दिल्ली, एक समय था जब ये शहर खुले आसमान, बग़ीचों की हरियाली और फ़िज़ाओं में...
Blog Post प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार उठाया ‘चरित्र की पवित्रता’ पर... Sudeept Mani Tripathi December 27, 2024 द लोकतंत्र/ सुदीप्त मणि त्रिपाठी : अपने किरदार से महकता है हर इंसान, चरित्र को पवित्र करने के लिए कोई...
Blog Post ज़हर बेच रहे हैं स्ट्रीट फ़ूड वेंडर्स, स्वाद के चक्कर... Team The Loktantra October 22, 2024 द लोकतंत्र/ उमा पाठक : बनारस की कचौड़ी सब्ज़ी मेरी फ़ेवरेट है। रामनगर की लस्सी मैं बहुत मिस करती हूँ।...
Blog Post ब्रो! आप सिर्फ़ कटेंगे, बाक़ी ‘टिकट टू विधानसभा’ केवल परिवारजनों... Sudeept Mani Tripathi October 21, 2024 द लोकतंत्र / सुदीप्त मणि त्रिपाठी : दो राज्यों महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव है। उत्तर प्रदेश, बिहार समेत...
Blog Post देशी छात्रों पर चढ़ रहा विदेशी भाषाओं का स्वैग, स्टूडेंट्स... Team The Loktantra October 19, 2024 द लोकतंत्र/ हिमांशु दूबे : भारत, जो सदा से भाषाओं के मामले में बेहद समृद्ध देश रहा है, आज वैश्विक...
Blog Post ‘अवॉर्ड्स की मंडी’ में बिक रहा है ‘भारत रत्न’ सम्मान,... Sudeept Mani Tripathi October 15, 2024 द लोकतंत्र/ सुदीप्त मणि त्रिपाठी : सोसाइटी में पद, प्रतिष्ठा, सम्मान और पहचान की चाहत रखना हर इंसान की स्वाभाविक...
Blog Post बिहार से बह रही ‘अश्लीलता के बयार’ से ध्वस्त हो... Team The Loktantra October 10, 2024 द लोकतंत्र/ उमा पाठक : भोजपुरी भाषा, जो अपने शुद्ध, सरल और काव्यात्मक स्वरूप के लिए जानी जाती थी, मौजूदा...
Blog Post आज के दौर में ‘माँ दुर्गा’ भी ‘दुर्व्यवहारों’ से नहीं... Team The Loktantra October 8, 2024 द लोकतंत्र/ उमा पाठक : माँ दुर्गा के पावन नवरात्रि का पर्व, स्त्री शक्ति और आध्यात्मिकता का प्रतीक माना जाता...
Blog Post क्या ‘LGBTQ समुदाय’ को लेकर सिनेमा बदल सकता है समाज... Team The Loktantra October 5, 2024 द लोकतंत्र / अखिलेश कुमार मौर्य : सिनेमा एक श्रव्य दृश्य माध्यम है, जिस कारण जो लोग पढ़े-लिखे नहीं हैं...