द लोकतंत्र: छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले से एक रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। यहां लोरमी तहसील के कोशाबाड़ी गांव में छह साल की मासूम बच्ची लाली की हत्या की गई और यह हत्या महज खजाने की लालच में की गई, वह भी एक तांत्रिक अनुष्ठान के तहत।
यह दिल दहला देने वाली घटना 11 अप्रैल को हुई थी, जब लाली अपनी मां के पास घर में सो रही थी। सुबह होने पर लाली अचानक गायब पाई गई। परिजनों ने गांवभर में खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई, और बच्ची की तलाश शुरू हुई।
कुछ दिन बाद गांव के पास स्थित एक श्मशान घाट में एक कंकाल बरामद हुआ। फोरेंसिक जांच में पुष्टि हुई कि यह कंकाल लाली का ही था। यहीं से पुलिस की जांच ने एक नया मोड़ लिया।
जांच में जो तथ्य सामने आए, वे हैरान कर देने वाले थे। पुलिस ने पाया कि लाली की अपनी भाभी ने ही उसकी हत्या की साजिश रची थी। आरोप है कि भाभी ने गांव के एक तांत्रिक से संपर्क किया था, जिसने खजाना प्राप्त करने के लिए किसी बच्चे की बलि देने की सलाह दी।
साजिश को अंजाम देने के लिए, भाभी ने ₹500 देकर गांव के एक युवक को लाली को बहला-फुसलाकर श्मशान घाट ले जाने के लिए कहा। आरोपियों ने सुनसान जगह पर तांत्रिक विधि से मासूम लाली की बलि दी।
मुंगेली पुलिस ने तुरंत सक्रिय होकर फोरेंसिक और परिस्थितिजन्य साक्ष्य जुटाए। आखिरकार, इस जघन्य अपराध में शामिल तांत्रिक, भाभी, अपहरणकर्ता और अन्य दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस का कहना है कि यह अपराध अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र की सोच का नतीजा है, जो आज भी कुछ इलाकों में लोगों को ऐसी क्रूरता की ओर धकेल रहा है। यह मामला एक बार फिर समाज में अंधविश्वास के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जरूरत को उजागर करता है।