द लोकतंत्र: अमेरिकी इमिग्रेशन एंड कस्टम्स विभाग ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कुख्यात सदस्य रणदीप सिंह मलिक को हिरासत में लिया है। जानकारी के मुताबिक, रणदीप अमेरिका में बैठकर लॉरेंस बिश्नोई के निर्देश पर भारत में टारगेट किलिंग और अन्य आपराधिक साजिशों में शामिल था। इस गिरफ्तारी की पुष्टि एफबीआई ने भी की है और भारतीय एजेंसियों को इसकी सूचना साझा की गई है।
नादिर शाह मर्डर केस में वांटेड
रणदीप सिंह मलिक दिल्ली के चर्चित जिम मालिक नादिर शाह हत्याकांड में वांटेड है। जांच में सामने आया है कि हत्या में इस्तेमाल हथियारों की व्यवस्था रणदीप ने विदेश से की थी। इसके अलावा गुरुग्राम और चंडीगढ़ के क्लबों के बाहर धमाके और फायरिंग की साजिश भी उसने रची थी। उसे अमेरिका के जैक्सन पैरिश करेक्शनल सेंटर में डिटेन किया गया है। भारतीय एजेंसियां अब उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में जुट गई हैं।
रणदीप का बैकग्राउंड
रणदीप मलिक हरियाणा के जींद का रहने वाला है और पिछले एक दशक से अमेरिका में रह रहा है। वहां उसका “महाकाल ट्रांसपोर्ट” नाम से ट्रांसपोर्ट का बिज़नेस है और वह खुद ट्रक भी चलाता है। बताया जाता है कि अमेरिका में ही उसकी मुलाकात लॉरेंस गैंग के नेटवर्क से हुई और वह उनके लिए काम करने लगा। रणदीप अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है।
गोल्डी बराड़ के लिए काम
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, बादशाह के एक क्लब में हुई फायरिंग और गुरुग्राम क्लब ब्लास्ट में रणदीप ने गोल्डी बराड़ के कहने पर अहम भूमिका निभाई थी। एनआईए ने इन मामलों में गोल्डी और रणदीप समेत चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।
पंजाब में दो और गुर्गे गिरफ्तार
उधर, पंजाब पुलिस की एजीटीएफ (एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स) ने लॉरेंस गिरोह के दो और वांटेड गुर्गों को पटियाला-अंबाला राजमार्ग के पास शंभू गांव से गिरफ्तार किया है। उनके पास से 9 एमएम ग्लॉक पिस्तौल और छह कारतूस बरामद किए गए हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि दोनों आरोपी पहले नेपाल भाग गए थे और विदेशी आकाओं के निर्देश पर पंजाब लौटे थे, जहां वे एक बड़े अपराध को अंजाम देने की फिराक में थे। इनका लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है और पंजाब, दिल्ली, राजस्थान व गुजरात में इनके खिलाफ 15 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं।