द लोकतंत्र : आमतौर पर डीएनए टेस्ट (DNA Test) या एन्सेस्ट्री टेस्ट (Ancestry Test) लोग अपनी वंशावली जानने या दूर के रिश्तेदारों को खोजने के लिए करवाते हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में रहने वाले एक विवाहित जोड़े के साथ जो हुआ, वह किसी हॉलीवुड थ्रिलर फिल्म की कहानी से कम नहीं है। इस कपल ने मजाक-मस्ती में अपना डीएनए टेस्ट तो करवा लिया, लेकिन टेस्ट के नतीजों ने न सिर्फ उनके सात जन्मों के रिश्ते को हिलाकर रख दिया, बल्कि एक बड़ा पारिवारिक राज भी खोल दिया।
पति निकला सौतेला भाई!
यह अजीबोगरीब और चौंकाने वाली दास्तान खुद पीड़ित महिला ने सोशल साइट Reddit पर विस्तार से शेयर की है।
पृष्ठभूमि: महिला को बचपन से पता था कि वह डोनर के जरिए कंसीव हुई है। यानी, उसके बायोलॉजिकल पिता एक स्पर्म डोनर थे।
टेस्ट का निर्णय: महिला ने अपने पति के साथ मिलकर मजाक-मस्ती में AncestryDNA टेस्ट करवा लिया। कपल ने सोचा था कि शायद उन्हें कुछ दूर के भाई-बहन मिल जाएंगे।
चौंकाने वाला खुलासा: जब टेस्ट रिपोर्ट आई, तो पढ़कर महिला के होश उड़ गए। रिपोर्ट में साफ था कि महिला का डीएनए उसके पति से 99% मैच हो रहा था। इस 99% मैच ने यह कड़वा सच सामने ला दिया कि जिसे वह अब तक अपना पति मानकर साथ रह रही थी, वो असल में उसका ‘हाफ-सिबलिंग’ यानी सौतेला भाई निकला।
ससुर जी निकले स्पर्म डोनर!
पहले तो कपल को लगा कि यह कोई तकनीकी खामी होगी, लेकिन दोबारा जांच ने इस कड़वी सच्चाई पर मुहर लगा दी। जब गहराई से जांच की गई, तो परिवार का सबसे बड़ा राज खुला:
बायोलॉजिकल पिता एक: असल में, महिला के ससुर जी ही स्पर्म डोनर थे। उन्होंने अपनी पूरी फैमिली से यह बात छिपा रखी थी।
राज का पर्दाफाश: इस डीएनए टेस्ट ने यह साफ कर दिया कि पति और पत्नी के बायोलॉजिकल पिता एक ही व्यक्ति थे, यानी वे दोनों एक ही डोनर के बच्चे थे।
कई सालों से शादीशुदा और दो बच्चों के माता-पिता के लिए यह खबर उनकी हंसती-खेलती जिंदगी में किसी जलजले से कम नहीं है।
अब क्या होगा रिश्ते का?
रेडिट पर महिला ने अपनी भावनाओं को जाहिर करते हुए लिखा, “मैं अपने पति से बेइंतिहा प्यार करती हूं। लेकिन अब मुझे समझ में नहीं आ रहा कि क्या करूं। एक सच ने हमारी हंसती-खेलती जिंदगी में भूचाल ला दिया है।”
महिला के इस पोस्ट पर नेटिजन्स जमकर रिएक्ट कर रहे हैं और कपल के भविष्य को लेकर चिंता जता रहे हैं। कई यूजर्स ने इसे डोनर स्पर्म से जुड़ी कानूनी और नैतिक खामियों का परिणाम बताया है, जबकि कुछ ने कपल को मनोवैज्ञानिक मदद लेने की सलाह दी है।
यह घटना दर्शाती है कि स्पर्म डोनेशन से जुड़े पारिवारिक इतिहास को छिपाने के कितने गंभीर और अप्रत्याशित परिणाम सामने आ सकते हैं। अब देखना होगा कि कपल इस बायोलॉजिकल झटके के बाद अपने रिश्ते और बच्चों के भविष्य को लेकर क्या निर्णय लेता है।

