द लोकतंत्र: अमेरिका के सबसे बड़े और व्यस्ततम शहर न्यूयॉर्क में प्रकृति का कहर एक बार फिर देखने को मिला है। गुरुवार को आए शक्तिशाली तूफ़ान और लगातार हुई भारी बारिश ने शहर की व्यवस्था को झकझोर दिया। आपातकाल की स्थिति घोषित की जा चुकी है और प्रशासन अलर्ट मोड में है।
मेट्रो स्टेशन बने जलप्रपात
ब्रुकलिन के जे स्ट्रीट-मेट्रोटेक और पार्क स्लोप के 7वें एवेन्यू मेट्रो स्टेशनों से वायरल हो रहे वीडियो में देखा गया कि दीवारों से तेज़ी से पानी रिस रहा है और स्टेशन के अंदर झरनों की तरह बह रहा है। इससे साफ है कि यह कोई साधारण जलजमाव नहीं बल्कि गंभीर शहरी बाढ़ है।
जलमग्न सड़कें और ठप यातायात
बारिश और तेज़ हवाओं के कारण सड़कों पर जगह-जगह पानी भर गया। क्वींस के क्लियरवाटर एक्सप्रेसवे पर एक कार पूरी तरह डूब गई। ब्रुकलिन की क्यू लाइन ट्रेन सेवाएं एक गिरे हुए पेड़ के कारण रोक दी गईं। इससे शहर का यातायात ठप हो गया और ट्रैफिक जाम कई इलाकों में घंटों तक बना रहा।
मेयर एरिक एडम्स का आपात आदेश
न्यूयॉर्क सिटी के मेयर एरिक एडम्स ने ट्विटर पर घोषणा की, “शहर में आपातकाल की स्थिति लागू कर दी गई है। सुबह 8 बजे तक बाढ़ की चेतावनी प्रभावी रहेगी।” उन्होंने विशेष रूप से बेसमेंट अपार्टमेंट में रहने वाले नागरिकों से तुरंत ऊंचाई पर जाने की अपील की।
ज़ोहरान ममदानी की अपील
डेमोक्रेटिक पार्टी के मेयर पद के उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी ने भी ट्वीट कर लोगों से घर में ही रहने और मेट्रो स्टेशनों या जलमग्न क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने लिखा, “यह समय राजनीति का नहीं, सामूहिक सुरक्षा का है।”
बाढ़ का खतरा और प्रशासन की चुनौती
इस आपदा ने एक बार फिर शहर के इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमजोरी को उजागर किया है। मेट्रो, बिजली, यातायात, और आपात सेवाओं पर दबाव बना हुआ है। लोगों से प्रशासन ने अपील की है कि वे घरों के अंदर रहें और बिना ज़रूरत बाहर न निकलें।
न्यूयॉर्क सिटी में आई यह आपदा केवल एक प्राकृतिक घटना नहीं, बल्कि शहरी तैयारियों की असल परीक्षा है। सोशल मीडिया पर साझा किए गए दृश्यों ने लोगों को चौंका दिया है और आने वाले दिनों में स्थिति और खराब हो सकती है यदि जल्द कदम न उठाए गए।