द लोकतंत्र: चीन के ऐतिहासिक और बौद्ध आस्था के प्रमुख केंद्र शाओलिन टेंपल (Shaolin Temple) के प्रमुख मठाधीश शी योंगजीन (Shi Yongxin) एक बार फिर से गंभीर विवादों में घिर गए हैं। उन पर भ्रष्टाचार, अनैतिक संबंध और बौद्ध सिद्धांतों के उल्लंघन जैसे आरोप लगे हैं। शाओलिन टेंपल की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी एक नोटिस के मुताबिक, शी योंगजीन वर्तमान में चीन के कई प्रशासनिक निकायों की संयुक्त जांच के घेरे में हैं।
आरोप क्या हैं?
चीनी मीडिया रिपोर्ट्स और सरकारी अख़बार ‘चाइना डेली’ के अनुसार, शी योंगजीन पर आरोप है कि उन्होंने लंबे समय तक कई महिलाओं के साथ अनैतिक संबंध बनाए और बच्चों को जन्म दिया, जो बौद्ध जीवनशैली के विरुद्ध है। साथ ही उन पर शाओलिन मंदिर के धन का गबन, महंगे उपहार लेने और शासन के साथ मिलीभगत के भी आरोप हैं।
गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब शी योंगजीन इस तरह के विवाद में आए हैं। 2015 में भी उन पर यौन संबंध, वित्तीय गड़बड़ी और पारिवारिक जीवन को लेकर जांच हुई थी। उस समय उन्हें आरोपों से मुक्त कर दिया गया था, लेकिन अब फिर से उनके आचरण पर सवाल उठ रहे हैं।
शाओलिन टेंपल का महत्व
हेनान प्रांत में स्थित 1,500 साल पुराना शाओलिन मंदिर सिर्फ धार्मिक स्थल ही नहीं बल्कि विश्व प्रसिद्ध मार्शल आर्ट शाओलिन कुंग फू (Shaolin Kung Fu) का केंद्र भी है। यह मंदिर बौद्ध ध्यान, चान परंपरा और आत्मरक्षा तकनीक का संगम माना जाता है। यहां हर साल हजारों अनुयायी देश-विदेश से आते हैं।
CEO Monk: शी योंगजीन
शी योंगजीन 1999 से शाओलिन मंदिर के मठाधीश हैं और उन्हें “CEO Monk” का टैग इसलिए मिला क्योंकि उन्होंने शाओलिन को एक वैश्विक ब्रांड बना दिया। उनके नेतृत्व में मंदिर ने चीन के बाहर कई स्कूल खोले और कुंग फू प्रदर्शन के लिए घूमने वाला भिक्षु दल बनाया।
उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर 8.8 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं, लेकिन अब वहां 24 जुलाई के बाद कोई नई पोस्ट नहीं आई है। बीबीसी के अनुसार यह मुद्दा सोशल मीडिया पर बेहद वायरल हो रहा है और शी योंगजीन की गिरफ्तारी की अटकलें तेज हो गई हैं।