द लोकतंत्र: काला चना भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है और सेहत के लिहाज से बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, आयरन और कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं। खासतौर पर अगर इसे रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाया जाए तो इसके फायदे कई गुना बढ़ जाते हैं। आइए जानते हैं कि रोजाना भीगे हुए काले चने खाने से शरीर में कौन-कौन से सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।
पाचन तंत्र को रखता है दुरुस्त
काले चने में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर पाए जाते हैं। ये फाइबर मल त्याग को आसान बनाते हैं और कब्ज की समस्या से बचाते हैं। नियमित रूप से भीगे हुए चने खाने से ब्लोटिंग की समस्या कम होती है और पाचन तंत्र मजबूत बनता है।
वजन घटाने में मददगार
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो भीगा हुआ काला चना आपके नाश्ते का बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इसमें मौजूद फाइबर और प्रोटीन लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं। इससे भूख नियंत्रित रहती है और ज्यादा खाने से बचाव होता है। यही कारण है कि डाइटिंग करने वाले लोग इसे अपनी सुबह की डाइट में शामिल करते हैं।
त्वचा के लिए फायदेमंद
भीगे हुए काले चनों में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और त्वचा को समय से पहले बूढ़ा होने से बचाते हैं। ये त्वचा को हेल्दी ग्लो देने में मदद करते हैं और दाग-धब्बों को कम करने में सहायक होते हैं।
एनीमिया से बचाव
काला चना आयरन का बेहतरीन स्रोत है। खासतौर पर शाकाहारी लोगों के लिए यह हीमोग्लोबिन लेवल को सुधारने और एनीमिया को रोकने में मदद करता है। नियमित सेवन से शरीर में खून की कमी पूरी होती है और कमजोरी दूर होती है।
एनर्जी बूस्टर
भीगे हुए चने में मौजूद कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स शरीर को लंबे समय तक एनर्जी प्रदान करते हैं। यह दिनभर एक्टिव रहने और थकान से बचने में मदद करता है।
हार्ट हेल्थ के लिए अच्छे
काले चनों में पाया जाने वाला फाइबर और मिनरल्स ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक है। इससे दिल की सेहत बेहतर रहती है और हार्ट डिजीज का खतरा कम हो सकता है।