द लोकतंत्र: अक्सर लोग सिरदर्द को सामान्य समस्या मानकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। थकान, तनाव, मोबाइल पर ज्यादा समय बिताना या नींद की कमी को सिरदर्द का कारण मानकर दवा लेकर आराम कर लिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बार-बार या लंबे समय तक रहने वाला सिरदर्द (Headache Causes) सिर्फ साधारण परेशानी नहीं, बल्कि किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है? समय रहते इसका सही कारण जानना और इलाज कराना बेहद ज़रूरी है।
माइग्रेन (Migraine)
माइग्रेन का दर्द तेज़ और धड़कन जैसा होता है। इसमें मिचली आना, रोशनी और आवाज़ से परेशानी बढ़ जाना आम लक्षण हैं। अगर सिरदर्द बार-बार केवल सिर के एक हिस्से में हो रहा है, तो यह माइग्रेन हो सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure)
हाई बीपी में अक्सर सुबह उठने के बाद सिर में दबाव या भारीपन महसूस होता है। लगातार सिरदर्द ब्लड प्रेशर असंतुलन का गंभीर लक्षण हो सकता है, जिसे नज़रअंदाज़ करना खतरनाक है।
साइनस इंफेक्शन (Sinus Infection)
साइनस की समस्या में माथे, आंखों और नाक के आसपास दर्द और भारीपन महसूस होता है। सिर झुकाने या अचानक हरकत करने से दर्द और बढ़ सकता है। इसे सामान्य सिरदर्द समझना बड़ी भूल है।
ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumor)
अगर सिरदर्द लगातार और असामान्य हो, दवा लेने के बाद भी कम न हो, तो यह ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है। इसके साथ उल्टी, धुंधला दिखना या संतुलन बिगड़ना जैसे लक्षण भी सामने आ सकते हैं।
किडनी प्रॉब्लम (Kidney Problem)
शरीर में पानी की कमी या किडनी संबंधी दिक्कतों से भी सिरदर्द शुरू हो सकता है। इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन दिमाग पर असर डालता है और तेज़ दर्द का कारण बन सकता है।
स्ट्रोक (Stroke)
अगर सिरदर्द अचानक और बहुत तेज़ हो जाए, साथ ही बोलने, देखने या चलने में परेशानी होने लगे, तो यह स्ट्रोक का गंभीर संकेत है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना बेहद ज़रूरी है।
सिरदर्द को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर यह बार-बार हो या लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से परामर्श ज़रूरी है। सही समय पर इलाज से कई गंभीर बीमारियों से बचाव संभव है।