द लोकतंत्र : भारत में हाई ब्लड प्रेशर (बीपी) की बीमारी एक महामारी का रूप लेती जा रही है। कार्डियोलॉजिस्ट के अनुसार, अधिकतर मरीज नमक न खाने का दावा करते हैं, फिर भी उनका बीपी कंट्रोल में नहीं रहता। इसकी असली वजह दैनिक खान-पान में पहले से मौजूद ‘छिपा हुआ नमक’ (Hidden Salt) है। यह चिंताजनक है कि भारत में हर तीन में से एक व्यक्ति इस समस्या से जूझ रहा है और कई शहरों में यह आंकड़ा 35 प्रतिशत से भी अधिक है।
बीपी को खतरे में डालता सोडियम
नमक में मौजूद सोडियम शरीर में पानी की मात्रा को रोककर रखता है। इससे रक्त वाहिकाओं (Blood Vessels) पर दबाव बढ़ जाता है और हृदय को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। लंबे समय तक यह स्थिति बनी रहने पर यह नसों को नुकसान पहुँचाता है और हार्ट अटैक, स्ट्रोक, हार्ट फेल्योर और किडनी की बीमारी का खतरा कई गुना बढ़ा देता है। सबसे खतरनाक बात यह है कि बड़ी संख्या में मरीज 50 साल से कम उम्र के हैं और दवाइयाँ लेने के बावजूद भी उनका ब्लड प्रेशर ठीक से नियंत्रित नहीं हो पा रहा है।
रोजमर्रा के खाने में छिपा नमक कहाँ है?
असल परेशानी यह है कि रोजमर्रा के ऐसे खाद्य पदार्थों में सोडियम की मात्रा अत्यधिक होती है, जो स्वाद में ज्यादा नमकीन नहीं लगते या जिन्हें हम ‘हेल्दी’ मानते हैं:
- ब्रेड और बेकरी उत्पाद: रोजाना खाए जाने वाले ब्रेड या पाव में काफी सोडियम होता है। यहां तक कि ब्राउन या मल्टीग्रेन ब्रेड में भी अक्सर सफेद ब्रेड जितना ही नमक होता है।
- सॉस और स्प्रेड: टमाटर केचप, सोया सॉस, चिली सॉस, सैंडविच स्प्रेड और पैकेट वाली चटनियों में स्वाद और शेल्फ लाइफ के लिए भरपूर नमक डाला जाता है।
- पैकेज्ड स्नैक्स: चिप्स, भुजिया, नमकीन मिक्स और बेक्ड स्नैक्स में छिपा नमक सोडियम की आवश्यकता को आसानी से पार कर जाता है।
- डेयरी उत्पाद: चीज स्लाइस, चीज स्प्रेड और फ्लेवर वाले बटर भी नमक से भरपूर होते हैं।
- रेडी-टू-ईट फूड: बाहर का खाना और प्रोसेस्ड फूड स्वाद और संरचना (Texture) के लिए ज्यादा नमक इस्तेमाल करते हैं।
खतरे को कैसे करें कम?
डॉक्टरों के मुताबिक, दिल की सेहत के लिए रोजाना एक चम्मच (लगभग 5 ग्राम) से कम नमक लेना चाहिए। लेकिन अनुमान है कि ज्यादातर भारतीय इससे दोगुना नमक बिना जाने ही खा रहे हैं।
- लेबल पढ़ें: प्रोसेस्ड फूड के पैकेट पर सोडियम लेबल को ध्यान से पढ़ें।
- ताजे विकल्प: पैकेज्ड स्नैक्स की जगह ताजे फल, सब्जी या घर पर बने विकल्प चुनें।
- सॉस और स्प्रेड कम करें: सॉस और चटनियों का उपयोग कम करें और घर पर बनाए गए मसालों को प्राथमिकता दें।
- घर का खाना: बाहर के तुलना में घर का बना खाना ज्यादा खाएं, क्योंकि इससे आप सोडियम की मात्रा को नियंत्रित कर सकते हैं।
ये छोटे और सख्त डाइट के बिना उठाए गए कदम भी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में काफी मदद कर सकते हैं।

