द लोकतंत्र: अक्सर लोग सोचते हैं कि गेम्स सिर्फ बच्चों के लिए होते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि खेलना हर उम्र के लोगों के लिए जरूरी है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, काम का दबाव और रिश्तों में तनाव हमारी मानसिक सेहत को गहराई से प्रभावित करता है। ऐसे में अगर हम रोजाना कुछ मिनट इनडोर गेम्स खेलें तो दिमाग को आराम मिलता है और मानसिक शक्ति भी बढ़ती है।
इनडोर गेम्स क्यों हैं जरूरी?
मानसिक स्वास्थ्य डाॅक्टर बताती हैं कि इनडोर गेम्स केवल मनोरंजन का साधन नहीं हैं, बल्कि यह मेंटल फिटनेस के लिए एक्सरसाइज का काम करते हैं। तनाव, चिंता और डिप्रेशन हमारी सोचने-समझने की क्षमता को कमजोर कर सकते हैं। वहीं, रोजाना दिमागी खेल खेलने से मूड बेहतर होता है, याददाश्त तेज होती है और एकाग्रता में भी सुधार आता है।
कौन-से इनडोर गेम्स करें ट्राई?
शतरंज (Chess)
शतरंज खेलने से दिमाग की कॉग्निटिव एबिलिटी बढ़ती है। यह हमें रणनीति बनाना, धैर्य रखना और सोच-समझकर निर्णय लेना सिखाता है।
पज़ल्स और क्रॉसवर्ड
पज़ल्स हल करने से दिमाग हमेशा एक्टिव रहता है। इससे कंसंट्रेशन और प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स में सुधार होता है।
लूडो और कैरम
ये गेम्स न केवल मजेदार होते हैं बल्कि पूरे परिवार को जोड़ने का काम भी करते हैं। साथ में खेलने से तनाव कम होता है और रिश्तों में पॉजिटिविटी आती है।
मेमोरी टेस्ट गेम्स
कार्ड गेम्स या मेमोरी टेस्ट वाले गेम्स दिमाग की रिटेंशन पावर को बढ़ाते हैं। यह खासकर स्टूडेंट्स और बुजुर्गों के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं।
डॉक्टर की खास सलाह
रोजाना कम से कम 20–30 मिनट इनडोर गेम्स खेलने की आदत डालें।
इलेक्ट्रॉनिक गेम्स की बजाय माइंड एक्टिविटी गेम्स चुनें।
परिवार के साथ खेलें ताकि सोशल बॉन्डिंग मजबूत हो।
गेम्स का चुनाव अपनी पसंद और मानसिक आराम को ध्यान में रखकर करें।
मेंटल हेल्थ को मजबूत बनाना सिर्फ ध्यान या दवाइयों तक सीमित नहीं है। अगर आप रोजाना कुछ देर इनडोर गेम्स खेलते हैं तो यह आपके दिमाग को एक्टिव, खुश और तनावमुक्त बनाए रखने का एक आसान और मजेदार तरीका हो सकता है।