द लोकतंत्र : कश्मीर हमेशा से ही अपने प्राकृतिक नजारों और सुरम्य घाटियों के लिए पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है। हालांकि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने कश्मीर यात्रा को लेकर लोगों के मन में डर पैदा कर दिया था। इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी और इसके बाद प्रशासन ने कई प्रमुख पर्यटन स्थलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था। लेकिन अब कश्मीर में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और घाटी में पर्यटन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है।
श्रीनगर: राजधानी में सुरक्षित घूमना
श्रीनगर कश्मीर की राजधानी है और डल झील पर शिकारा राइड पर्यटकों के लिए सबसे यादगार अनुभवों में से एक है। इसके अलावा मुगल गार्डन और शालीमार बाग जैसे बगीचे भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। यहाँ सुरक्षा बलों की मजबूत मौजूदगी के कारण पर्यटक पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर सकते हैं।
गुलमर्ग: फूलों और बर्फ का संगम
श्रीनगर से लगभग 55 किलोमीटर दूर स्थित गुलमर्ग अपनी खूबसूरत फूलों की घाटी और बर्फीले पहाड़ों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का गोंडोला राइड पर्यटकों को ऊंचाई से घाटी का नजारा दिखाता है। गुलमर्ग में बर्फ के मंदिर, हरे-भरे मैदान और बॉलीवुड फिल्मों के शूटिंग स्थल भी मौजूद हैं। प्रशासन ने यहाँ सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है, जिससे पर्यटक सुरक्षित महसूस कर सकते हैं।
सोनमर्ग: सोने की घाटी
सोनमर्ग, श्रीनगर से लगभग 90 किलोमीटर दूर, ग्लेशियर और बर्फीली चोटियों के लिए जाना जाता है। यहाँ प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर दी है और हर समय सेना के जवान तैनात हैं। इस वजह से पर्यटक बिना किसी चिंता के घाटी की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
दूधपथरी: कश्मीर का हिडन जेम
दूधपथरी घाटी श्रीनगर से लगभग 45 किलोमीटर दूर है। यह शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है। शालीगंगा नदी के किनारे सफेद पत्थर और हरे मैदान का नजारा पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है। कम भीड़ और प्राकृतिक नजारों के कारण दूधपथरी गर्मियों में ट्रैवल के लिए बेस्ट माना जाता है।
पहलगाम घाटी: प्राकृतिक सुंदरता के बीच सुरक्षा
पहलगाम घाटी लिद्दर नदी के किनारे बसी है और देवदार के जंगलों, ग्लेशियर और हरे-भरे मैदानों के लिए प्रसिद्ध है। हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद प्रशासन ने इसे फिर से खोल दिया है और सुरक्षा बढ़ा दी है। कड़ी सुरक्षा के कारण अब पर्यटक बेफिक्र होकर पहलगाम घाटी में घूम सकते हैं।
कश्मीर की इन जगहों पर सुरक्षा और प्राकृतिक सुंदरता दोनों का ध्यान रखा गया है। ऐसे में अब पर्यटक घाटियों में जाकर बेफिक्र होकर ट्रेवल कर सकते हैं और सुरम्य नजारों का आनंद ले सकते हैं।